वास्तु में बताई गई बातों का ध्यान रखने पर घर में सुख-समृद्धि बढ़ सकती है और परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकता है। वास्तु सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। वास्तु दोषों की वजह धन संबंधी कार्यों में भी बाधाएं आ सकती हैं। यहां जानिए घर के अलग-अलग हिस्सों के लिए वास्तु टिप्स, जिनसे घर के वास्तु दोष दूर हो सकते हैं…
घर के पूजन स्थल या मंदिर के लिए वास्तु टिप्स
घर में पूजा स्थल होने से मन को शांति मिलती है। मंदिर वास्तु के अनुसार हो तो शुभ फल देता है…
1. घर में पूजा स्थल होना शुभता का प्रतीक है, इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। घर की पवित्रता भी बनी रहती है। अगरबत्ती और दीपक के धुएं से वातावरण सुगंधित रहता है। सूक्ष्म कीटाणु घर में प्रवेश नहीं करते।
2. पूजा स्थल पूर्वी या उत्तरी ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में होना चाहिए। ईश्वरीय शक्ति ईशान कोण से प्रवेश कर नैऋत्य कोण (पश्चिम-दक्षिण) से बाहर निकलती है।
3. पूजा करने वाले का मुंह पश्चिम दिशा में हो तो बहुत शुभ रहता है। इसके लिए पूजा स्थल का द्वार पूर्व की ओर होना चाहिए।
4. शौचालय तथा पूजा घर पास-पास नहीं होना चाहिए।
5. पूजा स्थल के समक्ष थोड़ा स्थान खुला होना चाहिए। जहां आसानी से बैठा जा सके।
6. पूजा स्थल साफ-सुथरा रखें। कोई कपड़ा या गंदी वस्तुएं वहां न रखें।
7. पूजन में मूर्तियां अधिक न रखें। इस बात का विशेष ध्यान रहे कि गणेश, लक्ष्मी और सरस्वती की मूर्तियां खड़ी स्थिति में न हो।
8. पूजा स्थल का उपयोग ध्यान, संध्या या योग के लिए भी किया जा सकता है। इस स्थान को शांत रखें। धीमी रोशनी वाले बल्ब लगाएं। अंधेरा व सीलन न हो। जब भी आपका मन अशांत हो, यहां आकर आप नई ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं।