नवरात्रि इंडिया के खास फेस्टिवल्स में से एक है जिसे बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। पूजा-पाठ से लेकर भोग लगाने, नृत्य और सिंदूर खेला तक हर एक चीज़ का अपना अलग महत्व होता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों को समर्पित है और हर देवी का अपना एक अलग रंग है इसलिए नवरात्रि में हर दिन एक खास रंग पहना जाता है जो बहुत ही यूनिक रिवाज है। इतना ही नहीं मां दुर्गा को भी हर दिन उसी रंग के वस्त्र पहनाए जाते हैं।
महाराष्ट्र और गुजरात में तो नौ दिन के अनुसार कलर कोड को ज्यादातर लोग फॉलो करते हैं खासतौर से महिलाएं। डांडिया और गरबा में महिलाएं कपड़ों के साथ ही मैचिंग जूलरी में भी नजर आती हैं।
नवरात्रि 2019 के नौ दिनों के नौ रंग
पहला दिन 29 सितंबर- नारंगी (ऑरेंज)
दूसरा दिन 30 सितंबर- सफेद (व्हाइट)
तीसरा दिन 1 अक्टबूर- लाल (रेड)
चौथा दिन 2 अक्टूबर- नीला (रॉयल ब्लू)
पांचवा दिन 3 अक्टूबर- पीला (येलो)
छठा दिन 4 अक्टूबर- हरा
सांतवा दिन 5 अक्टूबर- स्लेटी (ग्रे)
आंठवा दिन 6 अक्टूबर- बैंगनी (पर्पल)
नौवां दिन- 7 अक्टूबर- हरा (पीकॉक ग्रीन)
सफेद रंग
सफेद शांति, ईमानदारी और स्थिरता का प्रतीक होता है। इसके अलावा तन और मन की शुद्धता के लिए भी इस कलर के कपड़े पहने जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि ये रंग हर तरह की बुराइयों से बचाता है। यही वजह है कि आध्यात्म से जुड़े लोगों को ज्यादातर इस रंग के कपड़ों में देखा जाता है।
लाल रंग शक्ति, उत्साह और का प्रतीक होता है। मां दुर्गा को ज्यादातर लाल साड़ी और कुमकुम में देखा जाता है। नवरात्रि में खासतौर से मां को लाल चुनरी, सिंदूर और पूजा में लाल फूल चढ़ाए जाते हैं।
नीला रंग
एनर्जी और धैर्य का प्रतीक होता है नीला रंग। इसके अलावा सुख-समृद्धि की कामना रखने वालों को भी इस रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
खुशहाली, सकारात्मकता और आत्मविश्वास से परिपूर्ण होता है ये रंग, जिसकी हर किसी को जरूरत होती है। मेडिटेशन के समय दिमाग की शांति के लिए इस रंग के कपड़े पहनना अच्छा होता है।
हरा रंग
प्यार, एनर्जी, समृद्धि दर्शाता ये रंग प्रकृति से जुड़ा हुआ है। संबंधों सुधारने के साथ ही उसमें नए जोश और उमंग भरने का काम करता है हरा रंग।
सफेद और काले के बीच का रंग है ग्रे। भगवान की विशेष कृपा के साथ ग्रे कलर आपके अंदर के श्रद्धा भाव को प्रकट करता है।
पर्पल
यह रंग लाल और नीले, दो रंगों से मिलकर बना है। जहां लाल रंग से जुड़ी हैं प्यार और गर्मजोशी की भावनाएं, वहीं नीला रंग माना जाता है शीतलता का अहसास देने वाला कूल कलर। इस तरह दोनों के संयोग से बना बैंगनी माना जाता है आदर्श रंग।