रोहित शर्मा एक बेहतरीन कप्तान हैं इस बात से सभी अच्छी तरह वाकिफ हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में मुंबई इंडियंस को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का तीन बार विजेता बनाया है। भारतीय टीम की कप्तानी भी उन्होंने जब-जब की है सफलता ही हाथ लगी है। रिकॉर्ड इस बात की गवाही देते हैं।
अब टीम के कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने रोहित से कहा है कि वह महेंद्र सिंह धौनी की गैरमौजूदगी में टीम के फैसलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। टीम के उप-कप्तान रोहित को हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की टी-20 सीरीज में कई बार गेंदबाजों के पास जाकर उनसे बातें करते देखा जा सकता था।
टीम प्रबंधन में मौजूद एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी से कहा कि विकेट के पीछे सलाह देने के लिए धोनी टीम में नहीं हैं। ऐसे में कप्तान और कोच को लगता है कि रोहित अगर गेंदबाजों के साथ अपने विचार साझा करें तो काफी मदद होगी। उन्होंने कहा कि आप नहीं चाहते कि ज्यादा लोग आगे रहें और काम बिगड़ जाए।
सही संतुलन बनाए रखने की हमेशा जरूरत होती है। मैच के बीच में युवाओं को असमंजस की स्थिति में डालना सही नहीं है। कोहली और धौनी टीम के खिलाड़ियों को मार्गदर्शन दे रहे थे। धौनी की अनुपस्थिति में महसूस किया जा रहा है कि रोहित को युवाओं से लगातार बात करनी चाहिए और मैदान पर ज्यादा सक्रिय रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि रोहित टीम का के लिए रणनीति बनाने वाले समूह का हिस्सा हैं और ऐसा पहली बार नहीं होगा कि वह खिलाड़ियों से अपने विचार साझा करेंगे। कप्तान और कोच उन पर विश्वास करते हैं। जब एक सीनियर खिलाड़ी गेंदबाजों को समझता है तो यह टीम के लिए अच्छा होता है। रोहित के साथ खेलने वाले एक युवा ने कहा कि रोहित कप्तान की तरह की युवा खिलाड़ियों का साथ देते हैं।
उन्होंने कहा कि आपको अपने बारे में कई बातें महसूस हो सकती हैं, लेकिन सीनियर जब मदद करते हैं तो इससे काफी मदद मिलती है। चाहे कोहली भाई हों या रोहित भाई, यह दोनों आपको अपना खेल खेलने की स्वतंत्रता देते हैं। यह लोग अपने आप को आप पर हावी नहीं करते हैं। रोहित भाई भी मैदान पर सिर्फ आपको सुझाव देते हैं जो काम कर सकते हैं। इसके बाद यह आप पर निर्भर है कि आप उसे मानें या नहीं।