सरकार ने नॉन रेजिडेंट इंडियन्स (एनआरआई) को दिवाली से पहले शानदार तोहफा दिया है। वैध भारतीय पासपोर्ट रखने वाले एनआरआई को अब आधार नंबर पाने के लिए अब 182 दिन का इंतजार नहीं करना होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पांच जुलाई का चालू वित्त वर्ष का बजट पेश करते हुए इस बात की घोषणा की थी और इस पर लंबे समय से काम चल रहा था। सरकार ने सोमवार को इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया।
सरकार के नोटिफिकेशन जारी करने के बाद यूनिक आइडेंटिफिकेश अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) ने भी इसको लेकर सर्कुलर जारी कर दिया है। यूआईडीएआई ने कहा है कि वैध भारतीय पासपोर्ट रखने वाले एनआरआई भारत पहुंचने के साथ ही आधार नंबर हासिल करने के लिए एलिजिबल होंगे।
यूआईडीएआई से जुड़े एक सोर्स ने न्यूज एजेंसी को बताया कि आवेदन के तौर-तरीके लगभग पहले की तरह ही होंगे। सूत्र ने कहा कि भारत आने वाले एनआरआई एराइवल के समय या या पहले वक्त तय करके आधार के लिए अप्लाई कर सकेंगे।
अब उन्हें इसके लिए 182 दिन की लंबी प्रतीक्षा नहीं करनी होगी। इससे पहले की व्यवस्था में आधार कार्ड बनाने की इच्छा रखने वाले एनआरई को 182 दिनों का इंतजार करना होता था।
आधार जारी करने वाली नोडल एजेंसी ने सर्कुलर में कहा है कि वैध पासपोर्ट को पहचान, पते और जन्म का प्रमाणपत्र माना जाएगा। यदि एनआरआई के पासपोर्ट में भारतीय पता नहीं होगा तो वे इसके प्रमाण के रूप में कोई अन्य दस्तावेज दे सकेंगे।
सीतारमण ने अपने बजट भाषण में एनआरई को यह तोहफा देते हुए कहा था, ”मैं भारतीय पासपोर्ट रखने वाले एनआरआई के लिए उनके भारत पहुंचने पर बिना तय समय का इंतजार किये बगैर आधार कार्ड जारी करने पर विचार करने का प्रस्ताव रखती हूं।”