संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘कश्मीर मामले’ को उठाने की प्रतिज्ञा लेते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर की विशेष स्थिति को बहाल करने तक भारत से बात करने का कोई फायदा नहीं है।
उन्होंने यह बयान बुधवार को पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर इंटीग्रेटेड ट्रांसिट ट्रेड मैनेजमेंट सिस्टम का उद्घाटन करने के बाद मीडिया को दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “जब तक वे (नई दिल्ली सरकार) कश्मीर से कर्फ्यू नहीं हटा लेते और अनुच्छेद 370 दोबारा लागू नहीं कर देते, तब तक उनके (भारत) साथ बातचीत करने की कोई संभावना नहीं है।” उन्होंने कश्मीर जाकर लड़ने को इच्छा जताने वाले पाकिस्तानियों को भी चेतावनी दी।
खान ने कहा, “पाकिस्तान का कोई भी व्यक्ति अगर कश्मीर जाकर लड़ना चाहता है या कश्मीर में जिहाद के लिए जाना चाहता है, तो वह कश्मीरियों के साथ सबसे बड़ा अन्याय करेगा। इस तरह का कारनामा कश्मीरियों के प्रति दुश्मनी निभाने जैसा होगा।”