पूर्व कप्तान कपिल देव की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने रवि शास्त्री को भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाए रखने का फैसला है। अब टीम के सपोर्ट स्टाफ चुनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
टीम के गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग कोच के नामों पर सबकी नजर होगी। सपोर्ट स्टाफ को चुनने की जिम्मेदारी एम.एस.के. प्रसाद की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय सीनियर चयन समिति पर है। इस बारे में जानकारी देते हुए समिति ने बताया कि सोमवार से इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है और गुरुवार तक टीम के सपोर्ट स्टाफ के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यकारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि बोर्ड पूरी प्रक्रिया के खत्म होने तक का इंतजार करेगा उसके बाद घोषणा करेगा।
कार्यकारी ने कहा, “टीम के सपोर्ट स्टाफ को चुने जाने की प्रक्रिया की शुरुआत आज (सोमवार) से हो गई है और यह गुरुवार तक जारी रहेगी। सभी नामों का ऐलान गुरुवार को किया जाएगा। एक- एक कर नामों को उजागर करने का कोई मतलब नहीं है।”
टीम के मुख्य कोच का चयन करने वाली सीएसी चाहती थी कि सपोर्ट स्टाफ को चुनने का मौका भी को ही मिले। लेकिन अगर प्रशासकों की समिति (सीओए) सीएसी को यह जिम्मेदारी देती तो यह बोर्ड के नए संविधान का उल्लंघन होता।
बीसीसीआई के नए संविधान के मुताबिक, भारतीय टीम के मुख्य कोच को चुनने की जिम्मेदारी सीएसी की है लेकिन सपोर्ट स्टाफ के चयन का जिम्मा चयन समिति पर है।
सपोर्ट स्टाफ में गेंदबाजी कोच भरत अरुण का टीम के साथ बने रहना लगभग तय माना जा रहा है। भारतीय टीम ने पिछले दिनों में गेंदबाजी में बेहद शानदार प्रदर्शन किया है। फील्डिंग कोच आर. श्रीधर को भी दोबारा यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। वैसे इस पद के लिए पूर्व दक्षिण अफ्रीकी दिग्गज जॉन्टी रोड्स ने आवेदन दिया है।
बल्लेबाजी कोच के पद पर नए चेहरे के आने की संभावना है। मौजूदा बल्लेबाजी कोच संजय बांगर के रहत टीम इंडिया चौथे नंबर का उपयुक्त बल्लेबाज नहीं तलाश पाई। पूर्व चयनकर्ता विक्रम राठौर और पूर्व बल्लेबाज प्रवीण आमरे बल्लेबाजी कोच की दौड़ में शामिल हैं।