श्रीलंकाई टीम की मेजबानी में मेहमान टीम बांग्लादेश 3 मैचों की वनडे सीरीज खेलने आई। इंग्लैंड और वेल्स में खेले गए वर्ल्ड कप के 12वें सीजन के बाद दोनों देशों के लिए ये पहली वनडे सीरीज थी, जिसमें मेजबान टीम श्रीलंका ने बाजी मारी है।
श्रीलंकाई टीम ने इस मुकाबले को जीतकर अपनी टीम के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज नुवान कुलसेकरा को विदाई दी है, जो इस मैच को देखने के लिए कोलंबो के मैदान में पहुंचे थे। इसी दौरान नुवान कुलसेकरा का श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने देश की टीम के लिए कई साल तक खेलने के लिए उनका सम्मान भी किया।
श्रीलंकाई टीम ने मेहमान टीम बांग्लादेश को 3 मैचों की वनडे सीरीज में से एक भी मुकाबला नहीं जीतने दिया है। 3 मैचों की सीरीज को श्रीलंकाई टीम ने 3-0 से अपने नाम किया। कई साल बाद श्रीलंकाई टीम ने अपने घरेलू मैदान पर कोई वनडे सीरीज जीती है। इस सीरीज में नायक की भूमिका अनुभवी बल्लेबाज एंजलो मैथ्यूज ने निभाई।
एंजलो मैथ्यूज ने श्रीलंकाई टीम के लिए पहले मैच में 48 रन, दूसरे मैच में नाबाद 52 रन और तीसरे मैच में 87 रन की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई। बांग्लादेश के खिलाफ इस सीरीज में एंजलो मैथ्यूज ने 93.50 के औसत से कुल 187 रन बनाए, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज का खिताब मिला।
सीरीज के आखिरी मुकाबले में श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी। इस तरह पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए। श्रीलंका की ओर से मैथ्यूज ने 87, कुसल मेंडिस ने 54, कप्तान करुणारत्ने ने 46 और कुसल परेरा ने 42 रन की पारी खेली।
उधर 295 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरे तमीम इकबाल की कप्तानी वाली बांग्लादेश की टीम 36 ओवर में 172 रन बनाकर ढेर हो गई। बांग्लादेश की ओर से सौम्य सरकार ने जरूर 69 रन की पारी खेली। इनके अलावा कोई भी बल्लेबाज कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाया। यहां तक कि कप्तान इकबाल तीनों मैचों में फ्लॉप रहे।