कर्नाटक में एक महीने तक सियासी उठापटक देखने को मिली। भाजपा को इसमें कामयाबी मिली, कांग्रएस-जेडीएस की सरकार गिर गई और भाजपा ने नई सरकार का गठन किया। कर्नाटक के बाद महाराष्ट्र में भाजपा, कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को बड़ा झटका देने की तैयारी कर रही है।
महाराष्ट्र के भाजपा नेता और सरकार में मंत्री गिरीश महाजन ने एक बड़ा दावा किया है। मंत्री गिरीश महाजन का दावा है कि कांग्रेस और एनसीपी के कम से कम 50 विधायक, भाजपा के संपर्क में हैं। महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में चुनावों से ठीक पहले वहां की राजनीति में भी सियासी उठापटक शुरू हो गई है।
एनसीपी में इस्तीफों का दौर
एनसीपी में इनदिनों लगातार इस्तीफों का दौर चल रहा है। एक के बाद एक पार्टी के तीन बड़े नेताओं के इस्तीफों से एनसीपी कमजोर हुई है। 26 जुलाई को पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष चित्रा वाघ ने अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वह बीजेपी में शामिल हो सकती हैं। 25 जुलाई को पार्टी के मुंबई प्रमुख सचिन अहीर पहले ही शिवसेना में शामिल हो चुके हैं। पूर्व मंत्री मधुकर पिचड के बेटे और एनसीपी विधायक वैभव पिचड भी बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं।
कांग्रेस-NCP में 240 सीटों पर बनी सहमति
महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होना है और चुनाव से पहले एनसीपी ने कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे का ऐलान किया है।अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि कांग्रेस और एनसीपी के बीच महाराष्ट्र की 288 सीटों में से 240 सीटों पर सहमति बन गई है। शरद पवार ने कहा, ‘हम बाकी बची सीटों के लिए और भी राजनीतिक दल के संपर्क में हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले 8 से 10 दिन में सभी सीटों को लेकर फैसला हो जाएगा।’
2019 का लोकसभा चुनाव एनसीपी और कांग्रेस ने मिलकर लड़ा था। कांग्रेस ने 26 और एनसीपी ने 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इसमें कांग्रेस को सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल हुई जबकि एनसीपी को 4 सीटें मिलीं थीं।