भारतीय क्रिकेटर मुहम्मद शमी पर चल रहे पुलिस केस उनकी मुसीबत बन गए और इस कारण अमेरिका ने उन्हें वीजा देने से मना कर दिया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के सीईओ राहुल जौहरी के दखल के बाद उन्हें वीजा मिल सका।
वह अब अमेरिका और उसके बाद वहां से वेस्टइंडीज जा सकेंगे। शमी वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली वनडे और टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का हिस्सा हैं। भारतीय टीम को वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में तीन टी-20, तीन वनडे और दो टेस्ट मैच खेलने हैं। इसमें दो टी-20 तीन व चार अगस्त को अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य के लॉडरहिल शहर के सेंट्रल ब्रोवर्ड रीजनल पार्क स्टेडियम टर्फ ग्राउंड में होंगे।
तीसरा टी-20 छह अगस्त और पहला वनडे आठ अगस्त को गुयाना में खेला जाना है। दूसरा वनडे 11 अगस्त और तीसरा वनडे 14 अगस्त को त्रिनिदाद एवं टोबैगो में खेला जाएगा। पहला टेस्ट 22 से 26 अगस्त एंटीगा तो दूसरा टेस्ट 30 अगस्त से तीन सितंबर तक जमैका में आयोजित होगा।
बीसीसीआइ की तरफ से भारत के खिलाडि़यों और सहयोगी स्टाफ के वीजा का आवेदन मुंबई स्थित अमेरिकन वाणिज्यिक दूतावास में दिया गया था। मुहम्मद शमी वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में नहीं हैं। वह वनडे और टेस्ट टीम के सदस्य हैं लेकिन उन्हें भी अमेरिका होते हुए ही वेस्टइंडीज जाना है। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली, उप कप्तान रोहित शर्मा और कोच रवि शास्त्री के पास पहले से ही 10 साल का अमेरिका का वीजा है।
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा कि जिन खिलाडि़यों के पास अमेरिका का वीजा नहीं था, उनके लिए हमने पी-1 वीजा कैटेगरी में आवेदन दिया था। आप अगर कोई अंतररष्ट्रीय खेल टीम के सदस्य हैं तो आपको अमेरिका के लिए शॉर्ट टर्म वीजा मिलता है। भारतीय दल की तरफ से जितने भी आवेदन दिए गए थे उसमें शमी को छोड़कर बाकी सबको पहली बार में वीजा मिल गया।
शमी के खिलाफ केस चल रहे हैं इस कारण अमेरिका ने उनका वीजा रोक दिया था। मालूम हो कि पत्नी हसीन जहां ने शमी के खिलाफ केस कर रखा है और यह मुकदमा अभी लंबित है। बीसीसीआइ के सीईओ राहुल जौहरी ने इसके बाद मामले में दखल दिया और बीसीसीआइ की तरफ से अतिरिक्त कागजात अमेरिकन वाणिज्यिक दूतावास में जमा कराए गए जिसके बाद शमी को वीजा मिल सका। इस मसले पर जौहरी से बात नहीं हो सकी।