किसी भी खिलाड़ी के लिए इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है कि उसने अपना पहला विश्व कप खेला हो और टीम वर्ल्ड चैंपियन बन गई हो।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर की कहानी कुछ ऐसी ही है। उन्हें पहली बार इंग्लैंड की विश्व कप टीम में जगह दी गई और ये टीम विनर बनी। जोफ्रा के सपने पूरे होने की हकीकत की इस कहानी का एक दूसरा पहलू भी अब सामने आया। दरअसल इस विश्व कप में जोफ्रा ने इंग्लैंड के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला मैच खेला था उसके अगले ही दिन उनके चचेरे भाई एशेंटियो ब्लैकमैन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अपने भाई के साथ हुए इस हादसे की खबर सुनकर जोफ्रा काफी सदमे में थे बावजूद इसके वो अपनी टीम के लिए खेलते रहे। जोफ्रा के भाई सिर्फ 24 वर्ष के थे। बताया जा रहा है कि इस घटना से कुछ दिन पहले जोफ्रा ने अपने भाई से बात भी की थी। जोफ्रा ने विश्व कप में अपना पहला मैच 30 मई को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था।
जोफ्रा अपने भाई की हत्या की बात सुनकर काफी दुखी थे साथ ही वो सदमे में भी थे बावजूद इसके वो खेलते रहे और अपनी टीम की तरफ से टूर्नामेंट में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी भी की। उन्होंने विश्व कप के 11 मैचों में कुल 20 विकेट लिए। जोफ्रा विश्व कप के एक सीजन में इंग्लैंड की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने। इंग्लैंड के चैंपियन बनने में जोफ्रा का भी अहम योगदान रहा। वैसे इस मामले पर जोफ्रा के पिता फ्रैंक ने कहा कि आर्चर का भाई लगभग उनकी ही उम्र का था और दोनों काफी करीब थे। जोफ्रा को इस घटना से काफी दुख पहुंचा था।
जोफ्रा के भाई ब्लैकमैन की हत्या 31 मई के उनके घर के बाहर ही कर दी गई थी। इस घटना को तब अंजाम दिया गया था जब वो अपने घर से बाहर रात में आठ बजकर 25 मिनट पर बैठे हुए थे। हमलावरों ने उनकी कार पर गोलीबारी की जिसमें उनकी मौत हो गई। जिस वक्त ये घटना घटी उस वक्त ब्लैकमैन की गर्लफ्रेंड और उसका चार साल का बच्चा घर के अंदर थे।
इसकी वजह से उन्हें ये भी पता नहीं लग पाया कि इस वारदात में कौन शामिल था और वो किस तरह के थे। पर इस घटना के बाद भी जोफ्रा ने जिस तरह का प्रदर्शन विश्व कप में किया उससे पता चलता है कि वो इस खेल को कितनी शिद्दत से चाहते हैं और टीम के लिए उनका जज्बा कितना शानदार है।