कलाई पर बांधे जाने वाले बैंड समय के साथ-साथ बदलते रहे हैं। एक दौर था जब इन्हें धागे की मदद से बनाया जाता था। उसके बाद प्लास्टिक के बैंड बाजार में आए और अब हर कोई स्मार्ट बैंड पहनना चाहता है। इन बैंड के लिए लोगों की चाह यूं ही नहीं बढ़ी है, बल्कि इनकी तमाम खासियत लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। स्मार्ट बैंड पहनकर न केवल आप समय देख सकते हैं, बल्कि अपने शरीर से संबंधी कई जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। अब वैज्ञानिक एक कदम आगे बढ़ते हुए ऐसे स्मार्ट बैंड पर काम कर रहे हैं, जो हमारी भावनाओं को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकता है।
ब्रिटेन की लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा कि वे कलाई पर पहने जाने वाले एक स्मार्ट बैंड पर काम कर रहे हैं, जो लोगों की भावनाओं की निगरानी कर उन्हें अवसाद, चिंता और बाइपोलर डिसऑर्डर से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकेगा। उन्होंने बताया कि इसमें ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है जो व्यक्ति की मनोदशा के अनुसार अपना रंग बदलने के साथ-साथ अपने तापमान में बदलाव लाएगा और कंपन करेगा। इससे उस व्यक्ति की भावनाओं के बारे में पता चल सकेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह नया स्मार्ट बैंड जो भावनात्मक उत्तेजना के स्तर के आधार पर रंग बदलने में सक्षम होगा, उसे मोबाइल या कंप्यूटर के बिना भी आसानी से चलाया जा सकेगा। इस स्मार्ट डिवाइस को सैन डिएगो में डिजाइनिंग इंटरएक्टिव सिस्टम (डीआइएस 2019) सम्मेलन में प्रस्तुत किया जाना है।
इसीलिए हम एक ऐसी छोटी, किफायती और स्मार्ट डिवाइस बनाना चाह रहे हैं, जो व्यक्ति की भावनाओं को समझकर उसके खतरों के बारे में आगाह कर सके। इससे लोग समय रहते सचेत हो जाएंगे और चिकित्सक उनकी समस्याओं का निदान कर सकेंगे। शोधकर्ताओं ने इस डिवाइस का कई प्रतिभागियों पर टेस्ट भी किया, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। यह बैंड अपने निर्माण के अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि जल्द ही इसे पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा।