करियर के शुरुआती दिनों में रोहित के आलोचकों की कमी नहीं थी। उन्हें गैर जिम्मेदार बल्लेबाज करार दिया जाता था लेकिन समय और अनुभव के साथ रोहित ने एक बेहतरीन बल्लेबाज के रूप में खुद को विकसित किया और नतीजा सामने है।
रोहित वनडे में तीन दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं। इतनी लंबी-लंबी पारियां खेलने के बावजूद उन्हें टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा अहमियत नहीं दी जाती जबकि संयम से भरी उनकी शैली टेस्ट क्रिकेट को ज्यादा सूट करती है।
रोहित बने जिम्मेदार पिता- 2019 विश्व कप में अब तक दो शतक जड़ चुके रोहित पिता बनने के बाद ज्यादा जिम्मेदार बल्लेबाज बन गए हैं और बेटी के जन्म के बाद उनकी जिंदगी बदल गई है। भारतीय उप कप्तान ने दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के खिलाफ शतक जमाए, जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में उन्होंने अर्धशतक लगाया था। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 113 गेंद में 140 रन बनाने वाले रोहित ने कहा कि मैं इस समय अपनी जिंदगी के अच्छे मुकाम पर हूं। जिंदगी में बेटी के आने से यह हुआ और मैं अपने क्रिकेट का भी पूरा मजा ले रहा हूं। एक टीम के तौर पर हम सही दिशा में जा रहे हैं। हमारे लिए हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन जरूरी है और हम वही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिन से हम यहां हैं और पिच कवर में थी।
शुरुआत में थोड़ी नमी थी। ऐसे हालात में नई गेंद काफी महत्वपूर्ण हो जाती है और शुरुआती विकेट गंवाने से दबाव बन सकता था। मैं नहीं जानता की अपनी बल्लेबाजी से मैं संतुष्ट हूं कि नहीं। किसी एक पारी को सर्वश्रेष्ठ कहना कठिन है क्योंकि देश के लिए खेली गई हर पारी अहम है। पाकिस्तान के गेंदबाज हसन अली और वहाब रियाज ने रोहित शर्मा के खिलाफ शॉर्ट पिच और बाहर जाती गेंदें डाली। इस रणनीति पर रोहित ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि उनकी टीम मीटिंग में क्या हुआ। वह फुल लेंथ गेंद डालना चाहते थे या शॉर्ट पिच। पहले 10 ओवर में उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की। हमें पता है कि इंग्लैंड में एक बार दबाव में आने के बाद गेंदबाज के लिए वापसी करना मुश्किल है। गलती की कोई गुंजाइश नहीं होती।