तो इस वजह से सूरज डूबने ने बाद नहीं करनी चाहिए बालों में कंघी…
December 9, 2016
अध्यात्म, धर्म
नई दिल्ली हम 21वीं सदी में पहुंच चुके हैं। लेकिन आज भी भारतीय समाज से अंध विश्वास समाप्त नहीं हुआ है। पीढ़ियाँ दर पीढ़ियाँ गुजर गयी लेकिन आज भी कई जगहों पर अंधविश्वास ने अपने पैर जमाये हुए हैं।
आज आधुनिकीकरण ने देश में पनप रहे कुछ अंध विश्वास को खत्म किया है लेकिन आज भी कुछ अंध विश्वास वैसे ही चले जा रहे हैं जैसे वे पहले थे। उद्धाहरण के लिए बालों को ही ले लीजिये। आज माएं अपनी बेटियों को रात में बाल कंघी नहीं करने देती हैं, और ना ही खोलने देती हैं। इसी तरह बालों को ले के हमारे भारतीय समाज में और भी कई अंध विश्वास हैं आइये जाने।
सूर्यास्त के बाद बालों में कंघी ना करना
यह कहा जाता है कि सूर्यास्त के बाद बुरी आत्माये बहार आ जाती हैं, और जिन लड़कियों के लम्बे और खूबसूरत बाल होतें हैं उन्हें वे अपना शिकार बना लेती हैं।
बालों को खुला ना छोड़ें
रात में बालों को खुला नहीं छोड़ना चाहिए। सूर्यास्त के बाद लड़कियों को चोटी बना लेनी चाहिए या फिर जुड़ा बना लेना चाहिए। इसे परिवार वालों के लिए बुरा माना जाता है।
टूटे हुए बालों को ध्यान से फेंके
बालों को खोलने और चींचने के बाद बालों को हमेशा सही जगह पर ही फेकें, नहीं तो बाल किसी गलत इंसान के हाथ लग गाये तो वह इसका गलत इस्तेमाल यानी जादू टोने के लिए सकता है।
पूर्णिमा पर बालों में कंघी
यह मन जाता कि पूर्णमासी यानी पूरे चाँद कि रात में बालों को अगर खिड़की पर खड़े होकर कंघी किया जाए, तो आप खुद ही बुरी आत्माओं को बुला रही हैं।
मासिक धर्म के दौरान बालों को ना धोएं
पीरियड्स यानी मासिक धर्म के दौरान बालों को नहीं धोना चाहिए क्योंकि इससे वह लड़की पागल हो सकती है। यह भी माना जाता है कि यदि मासिक धर्म के दौरान बालों को रात में धोया गया तो आपका ब्लड लॉस ज्यादा होगा और आप बीमार पड़ सकती हैं।
कंघी गिरना
बालों को खींचते वक़्त अगर आपके हाथ से कंघी गिर जाए तो यह माना जाता है , कि आपको जल्दी ही कोई बुरी खबर मिलेंगी। बालों को इधर उधर ना फेंके यह माना जाता है कि बाल झाड़ने के बाद बालों को घर में इधर उधर ना फेंके, इससे घर में परिवार वालों के बीच झगड़े बढ़ते हैं।
2016-12-09