पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज पाकिस्तानी समयानुसार सुबह 9 बजे देश को संबोधित करेंगे। पीएम इमरान खान पाकिस्तान की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को देखते हुए देश को संबोधित करेंगे।
इमरान खान अपने इस संबोधन में पाकिस्तान की बिगड़ी अर्थव्यवस्था से जुड़़ी बातें करेंगे और इसके अलावा वो पाकिस्तान के बजट को लेकर भी बात कर सकते हैं। इससे पहले रविवार को इमरान खान ने पाकिस्तान के आगामी बजट को लेकर चर्चा एक बैठक की। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार 11 जून को नेशनल असेंबली में पहली बार अपना पूर्ण बजट पेश करने जा रही है। ये बजट प्रधानमंत्री इमरान खान के आर्थिक सलाहकार डॉ. हाफिज शेख पेश करेंगे। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की हालत लगातार खराब हो रही है। पिछले महीने पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ 6 बिलियन डॉलर के कर्ज का एग्रीमेंट किया है।
उन्होंने खुलासा किया कि पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की ओर से 3 साल के लिए 6 बिलियन डॉलर का लोन मिलेगा। पाकिस्तान की कंगाल हालत को सुधारने के लिए पीएम इमरान खान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से तो कर्ज लेंगे ही साथ ही साथ 2-3 बिलियन डॉलर का लोन उन्हें एशियन डेलवपमेंट बैंक और वर्ल्ड बैंक से भी लेना पड़ेगा। प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने कहा, ‘प्रधानमंत्री इमरान खान को पीएमएल-एन के पहले साल के आर्थिक सर्वेक्षण को पढ़ना चाहिए और प्रदर्शन के बीच अंतर को सीखना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान का 2018-2019 का आर्थिक सर्वेक्षण इमरान खान की अक्षमता, विफलता और अक्षमता का एक प्रमाण है।पाकिस्तान की हालत इन दिनों कितनी खराब है, इसकी पोल तो बजट से पहले पेश होने वाले आर्थिक सर्वेक्षण ने ही खोलकर रख दी है। पाकिस्तान के आर्थिक सर्वे के मुताबिक, जून में खत्म होने वाले वित्तीय वर्ष में पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर 3.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो कि पाकिस्तान के लक्ष्य 6.3 प्रतिशत के लक्ष्य से काफी नीचे है। इतना ही नहीं पाकिस्तान की इमरान खान सरकार लगभग सभी सेक्टरों में लक्ष्य को पूरा करने में पूरी तरह नाकाम रही है। एक दो सेक्टरों को छोड़कर सभी सेक्टरों में भारी नुकसान देखने को मिला है।