आज पूरा देश संविधान के निर्माता, चिंतक और समाज सुधारक बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की आज 128वीं जयंती मना रहा है. डॉ भीमराव आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल सन् 1891 में मध्यप्रदेश के महू में हुआ था. रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई के घर जन्में डॉ. भीमराव आंबेडकर एक ऐसी जाति से ताल्लुक रखते थे, जिसे हिंदू समाज में अछूत माना जाता था. जिसके चलते उन्हें समाज में छुआ-छूत का सामना करना पड़ा. इस बात से उनके मन पर गहरा आघात पहुंचा और उन्होंने निश्चय कर लिया कि वह अपना जीवन ऊंच-नीच, भेदभाव और छूआछूत के उन्मूलन जैसे कार्यों के लिए समर्पित कर देंगे और समाज की सोच में सुधार लाकर रहेंगे.
पिता की सेवानिवृत्ति के बाद वह अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र के सतारा चले गए, जहां उनकी मां की मृत्यु के बाद उनके पिता ने दूसरी शादी कर ली और जाकर बॉम्बे में रहने लगे. यहां से डॉ भीमराव आंबेडकर ने अपनी पढ़ाई शुरू की और 15 साल की उम्र में 9 साल की रममाबाई से विवाह के बंधन में बंध गए. 1908 में 12वीं पास करने के बाद उन्होंने एफलिस्टन कॉलेज में एडमीशन लिया और राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की उपाधि ली.
संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रणेता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को उनकी जयंती पर सादर नमन। जय भीम! pic.twitter.com/KIZVJC725r
— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2019