IPL 2019: जानिए चेन्नई सुपरकिंग्स के बारे में सबकुछ, फिर चैंपियन बनने की होगी चुनौती

फटाफट क्रिकेट में दुनिया की सबसे रोमांचक टी-20 लीग का आगाज 23 मार्च से होगा। सदाबहार महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली गत चैंपियन चेन्नई की टीम का दावा फिर मजबूत माना जा रहा है। पिछले साल दो साल के प्रतिबंध के बाद वापसी करने वाली टीम ने तीसरी बार खिताब जीतकर अपना दमखम दिखा दिया है।

टीम के पास अपना खिताब सुरक्षित रखने की चुनौती है। 2011 में वह ऐसा कर भी चुकी है। टीम ने इस बार 23 खिलाड़ियों को रिटेन किया है, जिसमें आठ विदेशी खिलाड़ी भी शामिल हैं।  केवल मोहित शर्मा और ऋतुराज गायकवाड़ को शामिल किया है जबकि मार्क वुड, कनिष्क सेठ, क्षितिज शर्मा को रिलीज कर दिया है। 

चेन्नई के 43 वर्षीय बल्लेबाजी कोच माइक हसी कहते हैं, सुपरकिंग्स पर उम्मीदों का दबाव है, लेकिन पिछली बार की सफलता से टीम का मनोबल बढ़ा है। मुझे लगता है कि अनुभव से फायदा मिलेगा। जब हम एक बार अपने खिताब की रक्षा कर चुके हैं तो दूसरी बार भी ऐसा कर सकते हैं। निश्चित रूप से यह आसान नहीं होगा क्योंकि टूर्नामेंट में और भी अच्छी टीमें हैं। 

घर वापसी का मिलेगा फायदा

पिछले वर्ष चेन्नई को कावेरी जल विवाद के कारण अपने घरेलू मैच पुणे में खेलने पड़े थे, लेकिन इस बार अपने घरेलू मैदान पर ज्यादा समर्थकों के बीच टीम का प्रदर्शन और निखरने की संभावना है। टीम का पहला मैच शुरुआती दिन एम के चिदंबरम स्टेडियम में विराट की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ होगा। चेन्नई का घरेलू मैदान पर सफलता का प्रतिशत अच्छा है। उसने अपने घर में 70 प्रतिशत मैच जीते हैं। 2011 में चेन्नई ने अपने घर पर खिताब भी जीता था। 

07: बार फाइनल में पहुंच चुकी है चेन्नई की टीम और मुंबई के बराबर तीन खिताब भी हैं उसकी झोली में

09: सीजन में हर बार प्लेऑफ में पहुंचने का शानदार रिकॉर्ड है चेन्नई के नाम 

48 में से 34 मैच जीते हैं चेन्नई ने चिदंबरम स्टेडियम में और घरेलू मैदान पर उसकी सफलता का प्रतिशत 70.83 है 

कब-कब जीते खिताब 

2010, 2011 और 2018

सीएसके का पूरा स्क्वाड

एम एस धोनी (कप्तान), फाफ डू प्लेसी, शेन वॉटसन, मुरली विजय, सुरेश रैना, केदार जाधव, अंबाती रायुडू, चैतन्य विश्नोई, सैम बिलिंग्स, ध्रुव शौरी, ऋतुराज गायकवाड़, रविंद्र जडेजा, ड्वेन ब्रावो, मोनू कुमार, डेविड विली, कर्ण शर्मा, इमरान ताहिर, शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर, केएम आसिफ, लुंगी एनगिडी, मोहित शर्मा, हरभजन सिंह, मिचेल सैंटनर।

इन सितारों पर रहेंगी निगाह

एम एस धोनी : ओल्ड इज गोल्ड की तर्ज धोनी बहुउपयोगी हैं। चपल विकेटकीपर, बेहतरीन फिनिशर और लाजवाब कप्तान हैं। विश्व कप से पहले आईपीएल मंच पर अपनी लय को और बेहतर बनाना चाहेंगे। अब तक 186 छक्के लगा चुके हैं लीग में इस बार 200 का आंकड़ा पार कर सकते हैं। 
रन : 4016, औसत : 40.02

अंबाती रायडू : सलामी बल्लेबाज ने पिछले सीजन में बल्ले से खूब धूम मचाते हुए 600 से ज्यादा रन बनाए थे। इस बार विश्व कप में चौथे नंबर की अपनी दावेदारी को मजबूत करने के लिए फॉर्म हासिल करने की कोशिश करेंगे। 
रन : 3018, औसत 29.3

ड्वेन ब्रावो : वेस्टइंडीज के अनुभवी ऑलराउंडर बल्ले से लंबे शॉट लगाने के अलावा गेंदबाजी में अक्सर ब्रेकथ्रू दिलाने में सफल रहते हैं। अब तक 136 विकेट ले चुके हैं। अपने दम पर मैच जिताने की क्षमता रखते हैं। 
रन : 1379 औसत 30.04

सुरेश रैना : मध्यक्रम के बल्लेबाज आईपीएल के अनुभवी खिलाड़ियों में शामिल हैं। लीग के शीर्ष स्कोरर छक्के मारने में चौथे नंबर पर हैं। उनके नाम 185 छक्के हैं। 
रन : 4985 औसत : 34.38

फाफ डू प्लेसी : दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज मौका मिलने पर किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते हैं। रन : 1457, औसत 30.04

रविंद्र जडेजा : किसी भी टीम के लिए बड़ी पूंजी है यह ऑलराउंडर। बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा फील्डिंग में भी गहरी छाप छोड़ते हैं। हालांकि बल्लेबाजी के अपने हुनर की सही झलक नहीं दिखा पाते  
रन : 1821, औसत 23.6

शेन वॉटसन : ऑस्ट्रेलिया के  अनुभवी ऑलराउंडर ओपनिंग पर बेहद असरदार हैं। पिछले सीजन में हैदराबाद के खिलाफ फाइनल में जोरदार पारी खेली। 93 विकेट भी ले चुके हैं। 
रन : 3177, औसत : 32.4

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