भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) बैंकों के साथ तीन साल की विदेशी विनिमय अदला-बदली व्यवस्था के तहत बैंकिंग प्रणाली में पांच अरब डॉलर की नकदी डालेगा।
नकदी की स्थिति को सुनिश्चित करने के लिए आरबीआई यह रकम इसी वित्त वर्ष में डालेगा। यह प्रक्रिया 26 मार्च से शुरू होकर 28 मार्च 2022 तक चलेगी।
यह स्वैप या अदला-बदली व्यवस्था रिजर्व बैंक की ओर से विदेशी मुद्रा विनिमय की खरीद-बिक्री के रूप में होगी। इसके तहत बैंक की ओर से रिजर्व बैंक को अमेरिकी डॉलर बेचा जाएगा और साथ ही वह स्वैप की अवधि समाप्त होने के बाद इतनी ही राशि के डॉलर की खरीद की सहमति देगा।
रिजर्व बैंक ने कहा कि टिकाऊ नकदी की जरूरत को पूरा करने के लिए दीर्घावधि की विदेशी विनिमय अदलाबदली व्यवस्था के तहत यह राशि प्रणाली में डाली जाएगी।