भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की राम मंदिर में पूजा के अपने मौलिक अधिकार संबंधी याचिका की भी सुनवाई करेगा। कोर्ट ने कहा कि स्वामी अयोधया मामले की सुनवाई के दौरान मंगलवार को कोर्ट में उपस्थित रहें।
मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई और संजीव खन्ना की पीठ से स्वामी ने आग्रह किया कि उनकी याचिका पर अलग से सुनवाई की जाए। शीर्ष अदालत ने पिछले साल स्वामी को अयोध्या भूमि विवाद मामले में हस्तक्षेप की अनुमति देने से इंकार कर दिया था और स्पष्ट किया था कि मूल पक्षकारों के अलावा किसी अन्य को इसमें पक्ष रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पीठ ने स्वामी की इस दलील पर विचार किया था कि वह इस मामले में हस्तक्षेप का आग्रह नहीं कर रहे हैं बल्कि उन्होंने तो अयोध्या में रामलला के जन्मस्थान पर पूजा करने के अपने मौलिक अधिकार को लागू कराने के लिए अलग से याचिका दायर की है।
सुनवाई आज मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ अयोध्या में विवादित स्थल को तीन पक्षकारों- निर्मोही अखाड़ा, रामलला और सुन्नी वक्फ बोर्ड के बीच बराबर बराबर बांटने के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 2010 के फैसले के खिलाफ दायर 14 अपीलों पर 26 फरवरी मंगलवार को सुनवाई करेगी। पीठ मामले की नियमित सुनवाई करने के लिए तारीख तय कर सकती है।