आपने अक्सर देखा होगा कि लोग अपने काम की शुरुआत करने से पहले उससे जुड़े शकुन-अपशकुन के बारे में पूरी जानकारी लेते है और उसके बाद ही अपने काम को संपन्न करते हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको शकुन शास्त्र में बताए गए उल्लू से जुड़े शकुन-अपशकुन के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसकी मदद से आप भी अपने आने वाले समय के बारे में जान सकते हैं। तो आइये जानते है उल्लू से जुड़े शकुन-अपशकुन के बारे में।
* अगर किसी घर के दरवाजे पर उल्लू तीन दिन तक लगातार रोता है, तो उसके घर में चोरी अथवा डकैती होने की संभावना अधिक रहती है। अथवा उसे किसी न किसी रूप में धन की हानि अवश्य होती है।
* मेहमान के पीछे की तरफ यदि उल्लू दिखाई दे तो काम में सफलता मिलने के योग बढ़ जाते हैं।
* यदि कोई उल्लू किसी के घर पर बैठना प्रारंभ कर दे, तो वह घर शीघ्र ही उजड़ सकता है और उस घर के मालिक पर कोई विपत्ति आने की संभावना बढ़ जाती है। दक्षिण अफ्रीका में उल्लू की आवाज को मृत्युसूचक कहा जाता है। चीन में उल्लू दिखाई देने पर पड़ोसी की मृत्यु का सूचक मानते हैं।
* यदि उल्लू रात में यात्रा कर रहे व्यक्ति को होम-होम की आवाज करता मिले तो शुभ फल मिलता है, क्योंकि इसी प्रकार की ध्वनि यदि वह फिर करता है तो उसकी इच्छा रमण करने की होती है।
* शकुन शास्त्र के अनुसार उल्लू का बांई ओर बोलना और दिखाई देना शुभ रहता है। दाहिने देखना और बोलना अशुभ होता है।
* ईरान में उल्लू के स्वर के मधुर अथवा कर्कश होने के अनुसार शुभ-अशुभ माना जाता है। तुर्की में उल्लू की आवाज सुनने को अशुभ, सफेद उल्लू का दिखाई देना शुभ माना जाता है।