भोपाल। नवदुनिया न्यूज । ट्रेन हादसे ने भोपाल के सत्येंद्र सिंह को भी जिंदगीभर का गम दे दिया। उन्होंने पत्नी गीता और बेटी रागिनी को खो दिया।
सत्येंद्र खुद भी गंभीर रूप से घायल हैं। सोमवार सुबह एंबुलेंस से सभी को घर लाया गया। सत्येंद्र हॉस्पिटल में कराह रहे थे और घर पर आंसुओं का सैलाब बह रहा था। पत्नी और बेटी के अंतिम संस्कार की रस्म अदायगी के लिए उन्हें अस्पताल से पांच किमी दूर घर लाया गया। दोनों बेटों ने स्ट्रेचर पर लेटे पिता के हाथ पकड़े मां की मांग में सिंदूर भरवाया।
कानपुर के पास पुखराया में हुए ट्रेन हादसे में राजधानी के गोपाल नगर में रहने वाले 8 साल के बच्चे श्रेयांश की मौत हो गई है। उसके माता-पिता व बड़ा भाई घायल हैं। उनका राजधानी के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन में भोपाल से सवार यात्रियों में अब तक 8 की मौत हो चुकी है। इनमें 4 की मौत की पुष्टि सोमवार को हुई। मृतकों में तीन भोपाल से सवार हुए थे, पर वे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। इनमें प्रियंका सिंह कानपुर, पूनम तिवारी, जौनपुर (उप्र) के रहने वाले हैं। फूलपुर बनारस के रहने वाले एक यात्री की मौत भी हुई, पर रेलवे ने इसकी पुष्टि नहीं की है। इंदौर से सवार यात्रियों की मौत का आंकड़ा 16 से बढ़कर 29 हो गया है।