इस 31 दिसंबर की रात अगर आप गुजरात में हैं तो नए साल के जश्न में जाने से पहले एक बार अपने कपड़ों पर जरूर नजर दौड़ा लीजिए, ख़ास कर लड़कियां। न्यू ईयर पार्टी को लेकर गुजरात पुलिस के एक फरमान के बाद युवाओं का उत्साह अब गुस्से में बदल गया है। दरअसल नए साल का जश्न मनाने की तैयारियां कर रही वडोदरा की युवतियों को पुलिस ने पहले ही चेता दिया है कि छोटे कपड़े पहनकर पार्टी में शामिल हुईं, तो फिर खैर नहीं, आपके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने फरमान जारी कर युवतियों को छोटे कपड़े न पहनने की सलाह दी है।
पुलिस ने साफ हिदायत दी है कि महिलाएं पार्टी में छोटे कपड़े पहनकर बिल्कुल न आए। पार्टी में किसी तरह का कोई नशीला पदार्थ इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। रात 10 बजे के बाद लाउडस्पीकर और डीजे पर पाबंदी लगा दी गई है। पार्टी में अश्लील गानें बजाए गए तो आपकी खैर नहीं। गुजरात पुलिस का ये फरमान 30 दिसंबर की रात से 2 जनवरी की रात तक लागू रहेगा और इन सब बातों का उल्लंघन करने पर जुर्माने के साथ-साथ तीन महीने की सजा का प्रावधान किया गया है।
गुजरात की संस्कारी नगरी वडोदरा के आयुक्त ने युवतियों को छोटे कपड़े पहनने पर रोक तो लगाई ही, इसके पीछे तर्क ये दिया कि इससे बच्चों पर गलत असर पड़ता है। इतना ही नहीं, पुलिस ने पार्टी के तमाम आयोजकों को पार्टी वाली जगह पर सीसीटीवी लगाने की सख्त हिदायत दी है। ताकि नए साल की पार्टी पर निगरानी रखी जा सके। इससे पहले लड़कियों के लिए स्कूल, कॉलेज, मंदिर, परीक्षा हॉल तक के लिए ड्रेस कोड तय किए जा चुके हैं। हर बार इन ड्रेस कोड का विरोध होता रहा है। मामला बलात्कार की हो या छेड़छाड़ का, अक्सर कुछ लोग इसे लड़कियों के छोटे कपड़े पहनने का नतीजा करार देते सुने जाते हैं। लेकिन कपड़ों को लेकर वडोदरा के पुलिस कमिश्नर का ये फरमान हैरान करने वाला है। जिसे लेकर युवाओं में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है।
गुजरात में पहले ही शराब पर पाबंदी है जबकि रोज ही करोड़ों की अवैध शराब पकड़ी जाती है। शराब की तस्करी रोकने में नाकाम पुलिस, अब लड़कियों के पहनावे पर पाबंदी लगा कर किस कानून व्यवस्था को ठीक करना चाहती है, ये तो वही जाने। लेकिन इस बार गुजरात के युवा पार्टी से पहले परेशानी में दिख रहे है।