स्वामी प्रसाद के साथ मंच साझा करेंगे अमित शाह
स्वामी ने बसपा छोडऩे के साथ ही इस रैली का एलान किया था और तभी उनका दावा था कि पांच लाख से ज्यादा भीड़ जुटाएंगे। स्वामी ने दो दिन पूर्व मायावती से भ्रष्टाचार पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की थी और चेतावनी दी थी कि अगर 21 तक श्वेत पत्र जारी नहीं हुआ तो रैली के मंच से भांडा फोड़ देंगे। अब सबको इस बात का इंतजार है कि स्वामी प्रसाद रैली में मायावती का क्या भांडा फोड़ेंगे। स्वामी ने इस रैली के लिए प्रदेश व्यापी दौरा किया। रैली के मुख्य अतिथि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह होंगे जबकि विशिष्ट अतिथि प्रदेश प्रभारी और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर और प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का नाम प्रस्तावित है। रैली के लिए प्रदेश भर में पोस्टर बैनर लगाये गये हैं।
स्वामी ने बहुजन लोकतांत्रिक मंच के बैनर से यह रैली आयोजित की है और रैली में ही इस मंच का भाजपा मे विलय होना है। इस वजह से भाजपा कार्यकर्ताओं में अपेक्षित उत्साह नहीं है। उनका मानना है कि यह स्वामी प्रसाद मौर्य का व्यक्तिगत प्रदर्शन है, लेकिन जिस तरह पार्टी के शीर्ष नेताओं का नाम रैली के लिए प्रस्तावित है उससे भाजपा की साख दांव पर लगी है। ऐसे में परीक्षा तो भाजपा की भी होनी है। अगर रैली में अपेक्षित भीड़ न जुटी को किरकिरी से भाजपा भी बच नहीं सकती है।
इसीलिए भाजपा के वरिष्ठ नेता रैली को लेकर अपना उत्साह दिखा रहे हैं। स्वामी के समर्थन में जातीय संगठनों और बसपा छोडऩे वाले कई नेता भी आगे आये हैं। हालांकि इस बीच अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नीरज कुशवाहा ने कहा है कि स्वामी प्रसाद की रैली के समर्थन में उनके संगठन के महासचिव का नाम निवेदक के तौर पर लिखा गया है जबकि यह संगठन स्वजातीय और सामाजिक संगठन है। इस संगठन ने किसी राजनीतिक दल को समर्थन नहीं दिया है।