दर्शकों के बीच ‘थलाइवा’ के नाम से मशहूर अभिनेता रजनीकांत 12 दिसंबर 68वा जन्मदिन सेलिब्रेट करेंगे. रजनी का जन्म 12 दिसमबर 1950 को कर्नाटक के बैंगलोर में मराठी परिवार में हुआ था. उनका असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ हैं. रजनीकांत आज भले ही दुनियाभर में मशहूर हो लेकिन एक समय ऐसा था जब किसी ने उन्हें गरीब समझकर भीख दें दी थी. जी हाँ… रजनीकांत के जन्मदिन पर हम आपको आज उनके जीवन से जुड़ा किस्सा बता रहे हैं.
ये किस्सा 11 साल पहले यानी साल 2007 का है जब रजनीकांत की एक फिल्म ‘शिवाजी’ आई थी. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई का नया रिकॉर्ड बनाया था. फिल्म की सफलता से खुश होकर रजनीकांत अपने साथियों के साथ मंदिर चले गए. इस दौरान मंदिर में कोई उन्हें पहचान न ले इसके लिए रजनीकांत ने अपना हुलिया बदल लिया था. सारी सिक्योरिटी टीम ये जानती थी कि रजनीकांत को अगर कोई भी पहचान लेगा तो भीड़ को नियंत्रित कर पाना कठिन होगा और इसलिए मेकअप आर्टिस्ट ने इस सुपरस्टार को एक बूढ़े आदमी का गेटआप दिया था.
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इस दौरान रजनीकांत बेहद ही साधारण कपड़े पहनकर मंदिर की सीढ़ियां चढ़ रहे थे और उनके साथ ही एक महिला भी सीढ़ियां चढ़ रही थी, जैसे ही उस महिला ने उन्हें देखा तो उसे लगा कि कोई कमजोर बुजुर्ग आदमी है और हालत भी ठीक नहीं है. इसलिए महिला ने रजनीकांत को भिखारी समझ उनके हाथ में दस रुपए का एक नोट थमा दिया था. हैरानी वाली बात तो ये है कि रजनीकांत ने चुपचाप वह नोट रख लिया था.
फिर जब रजनीकांत मंदिर पहुंचे तो उन्होंने अपने जेब में से पर्स निकालकर सारे पैसे भगवान के चरणों में रख दिए. वो ही महिला वहां खड़ी होकर ये सब देख रही थी और जब उसने रजनीकांत को गौर से देखा तो वो उन्हें पहचान गई. लेकिन तब तक रजनीकांत दर्शन कर बाहर निकल चुके थे. फिर वह महिला भागकर उनके पास पहुंची और उनसे माफी मांगी. साथ ही ये कहा कि, ‘मुझसे भूल हो गई, मेरे दस रुपए मुझे वापस कर दीजिए.’ इसके जवाब में रजनीकांत ने कहा कि, ‘आपके दस रुपए मेरे लिए भगवान के आशीर्वाद की तरह हैं. आप केवल मुझ पर अपना प्यार और आशीर्वाद बनाए रखें.’