दिल्लीः भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने बुधवार को दिल्ली महिला आयोग को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। महिला आयोग में भर्ती प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी को लेकर की गई शिकायत पर नोटिस दिया गया है। अगले सोमवार को एक टीम आईटीओ स्थित दिल्ली महिला आयोग के दफ्तर में जाकर उनसे पूछताछ करेगी।
इसी मामले में एसीबी ने 18 अगस्त को भी छापेमारी की थी। एसीबी चीफ मुकेश कुमार मीणा के मुताबिक 85 पदों पर भर्ती संबंधी फाइल महिला आयोग से ली गई थी।
क्यों दिया गया है नोटिसः
दरअसल यह नोटिस 85 कर्मचारी रखने को लेकर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार उनके खिलाफ राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह ने शिकायत की थी।
उन्होंने अपनी शिकायत में सूचना के अधिकार का हवाला दिया था और कहा था कि महिला आयोग में 85 लोगों की भर्ती की गई है। ये लोग आम आदमी पार्टी के ही कार्यकर्ता हैं इनकी नियुक्ति असंगत तरह से की गई है। अब इस मामले में एसीबी 19 सितंबर को मालीवाल से उनके कार्यालय में ही पूछताछ करेगी।
उसकी प्राथमिक जांच के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। सोमवार को हमारी टीम उनसे पूछताछ के लिए उन्हीं के दफ्तर में जाएगी।
उन्हें सूचित करने और पूछताछ प्रक्रिया की जानकारी के लिए यह नोटिस जारी किया गया है। बताते चले कि एसीबी यह कार्रवाई दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह व पूर्व मुख्य सचिव ओमेश सहगल की शिकायत पर की है।
जिसमें आरोप है कि वर्तमान अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आयोग में गैरकानूनी तरीके से 85 स्टाफ की तैनाती की है। इसमें ज्यादातर आम आदमी पार्टी के वालंटियर्स या आप नेताओं के रिश्तेदार या पुराने साथी हैं। अध्यक्ष पद का दुरुपयोग करते हुए उनकी भर्तियां की गई हैं।
आयोग ने क्या पुछाः
आयोग ने पूछा है, ‘पांच महीने बीत जाने के बावजूद दिल्ली पुलिस ने मामले में शिकायत नहीं दर्ज किए जाने के पीछे क्या कारण है। क्या दिल्ली पुलिस ने मुख्यालय, सभी पुलिस स्टेशनों और कार्यालयों में कानूनी प्रावधान के अनुसार इस तरह के मामले के लिए आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया है, यदि हां तो उस संबंध में जानकारी आयोग को दी जाए। क्या वर्तमान शिकायत को इस समिति के पास भेजा गया है, यदि हां तो स्थिति क्या है। दिल्ली पुलिस ने अभी तक क्या कार्रवाई की है?