मुंबई। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप की कंपनी रिलायंस कैपिटल ने हाउसिंग फाइनेंस क्षेत्र पर बड़ा दांव लगाया है। रिलायंस कैपिटल ने होम फाइनेंस कारोबार को शेयर बाजार में अलग से लिस्ट कराने का फैसला किया है। कंपनी ने अगले कुछ साल में इस कारोबार के लिए 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के लोन बुक को हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
होम फाइनेंस कारोबार को अलग से लिस्ट करने के प्रस्ताव को रिलायंस कैपिटल के बोर्ड ने दी मंजूरी
नई सूचीबद्ध कंपनी में रिलायंस कैपिटल की 51 फीसद हिस्सेदारी होगी। जबकि रिलायंस होम फाइनेंस (आरएचएफ) में 49 फीसद हिस्सेदारी रिलायंस कैपिटल के करीब दस लाख शेयरधारकों को मुफ्त अलॉट होगी। रिलायंस कैपिटल के सभी शेयरधारकों को एक शेयर के बदले आरएचएफ का एक शेयर मिलेगा।
होम फाइनेंस कारोबार को अलग से लिस्ट करने के प्रस्ताव को रिलायंस कैपिटल के बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। इस पूरे घटनाक्रम पर रिलायंस कैपिटल के डायरेक्टर अनमोल अंबानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक सबके लिए आवास का लक्ष्य रखा है। एक अनुमान के मुताबिक देश में अभी 10 करोड़ आवासीय इकाइयों की कमी है। इस जरूरत को देखते हुए रिलायंस होम फाइनेंस ने रणनीति तैयार की है।