विधानसभा चुनाव में दिव्यांग वोटरों के साथ प्रशासन ने इस बार कुष्ठ पीड़ितों के लिए भी अलग व्यवस्था तैयार की है। शत-प्रतिशत मतदान के लिए प्रशासन ने ऐसे कुष्ठ पीड़ितों पहचान की है, जिनके हाथ में पंजे या फिर अंगुली नहीं है। ऐसे मतदाता अपनी कोहनी या पैर से ईवीएम का बटन दबाकर मतदान करेंगे। यही नहीं स्याही भी उसी जगह लगाई जाएगी, जहां से वे मतदान करेंगे। जिले के राजनांदगांव विधानसभा में ही ऐसे 40 से 45 कुष्ठ पीड़ित हैं, जिसके हाथ में पंजे या अंगुली नहीं है। शहर के आशा नगर में रहने वाले इन कुष्ठ रोगियों व उनके परिवार को प्रशासन ने मतदान के लिए प्रोत्साहित भी किया हैं।
60 परिवार है कुष्ठ बस्ती में
शहर की आशा नगर बस्ती में कुल 60 परिवार में करीब तीन सौ लोग रहते हैं। इनमें से 40 से 45 लोग कुष्ठ रोगी हैं। कुष्ठ रोगियों में कई लोगों के पैर की भी अंगुली नहीं है। ऐसे में वोट करने के लिए उन्हें कई तरह की परेशानी होती है। यह समस्या सामने आने के बाद प्रशासन ने उनके लिए समाधान निकाला है।
दिव्यांगों के लिए रहेगी व्यवस्था
शत-प्रतिशत मतदान को लेकर इस बार प्रशासन ने दिव्यांग मतदाताओं के लिए भी अलग व्यवस्था बना लिया है। जिले के सभी मतदान केंद्रों में दिव्यांग वोटरों के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था रहेगी। साथ ही मतदान के दौरान दिव्यांग वोटरों को प्राथमिकता दी जाएगी। दिव्यांगों को जागरूक करने के लिए भी प्रशासन ने कार्यशाला आयोजित की थी।