अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) छात्र संघ अध्यक्ष पद पर अलीगढ़ के सलमान इम्तियाज चुने गए हैं। उपाध्यक्ष पद पर आजमगढ़ के हमजा सुफियान और सचिव पद पर आजमगढ़ के ही हुजैफा आमिर ने जीत हासिल की है। हुजैफा आमिर के पिता आमिर रशादी राष्ट्रीय ओलमा काउंसिल के अध्यक्ष हैं। एएमयू स्टुडेंट यूनियन के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर पांच-पांच व सचिव के लिए चार प्रत्याशी मैदान में थे। इनके साथ कैबिनेट के 10 पदों के लिए 28 व कोर्ट मेंबर के 11 पदों के लिए 27 प्रत्याशी मुकाबले में थे। एएमयू में सुबह नौ से पांच बजे तक फैकल्टी वाइज वोट पड़े। करीब 19 हजार मतदाताओं में से 65 फीसद ने वोट डाले। कई प्रत्याशियों ने सुबह 10 बजे से पहले ही वोट डाल लिया था। फिर समर्थकों ने बाइक रैली निकाली, नाचे झूमे। अध्यक्ष पद पर अलीगढ़ के अमीरनिशा निवासी सलमान इम्तियाज (पीएचडी, सोशल वर्क) ने अमरोहा के कस्बा पलोला निवासी मोहम्मद गजनवी (पीएचडी, हिंदी) को पराजित किया है। इसी पद पर कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबिहाड़ा निवासी मुबश्शिर हुसैन शाह (पीएचडी, पब्लिक एडमिनिस्टे्रशन), बिहार के अररिया निवासी मो. अलाउद्दीन मैदान (पीएचडी, अरेबिक) व असद मुर्तजा (बीए, लिंग्विस्टिक) भी पिछड़ गए।
उपाध्यक्ष पद पर आजमगढ़ के सराय मीर निवासी हमजा सूफियान (एमए) ने जीत हासिल की है। बुलंदशहर के शिकारपुर निवासी यासीन गाजी (एमए), अलीगढ़ के कस्बा गोरई निवासी सोनवीर सिंह (एमटेक), अलीगढ़ के जैद शेरवानी(एमएसडब्ल्यू) व धौर्रामाफी अलीगढ़ के मोहम्मद आरिफ खान (एमए) पिछड़ गए।
सचिव पद पर आजमगढ़ के हुजैफा आमिर ने मुरादाबाद निवासी गुफरान अली (पीएचडी) को हराया है। श्रावस्ती जिले के थाना इकोना क्षेत्र के गांव जान मोहम्मदपुरा निवासी मो. सूफियान (एमए) व सलमान अहमद (पीएचडी) पिछड़ गए।
ये बने कोर्ट मेंबर
एएमयू की विभिन्न फैकल्टी में कोर्ट के लिए हुए चुनाव के लिए देर रात परिणाम जारी किए गए। इनमें लॉ फैकल्टी से रास मसूद खान, सोशल साइंस फैकल्टी से सलमान अहमद, यूनानी मेडिसिन फैकल्टी से माज अहमद, एग्र्रीकल्चर साइंस एंड थियोलॉजी फैकल्टी से शफीकुर्रहमान खान, आट्र्स फैकल्टी से अब्दुल वहीद, कॉमर्स फैकल्टी से मोहम्मद बिलाल खान, मैनेजमेंट स्टडीज एंड इंटरनेशनल स्टडीज फैकल्टी से अनस अहमद खान, इंजीनियङ्क्षरग एंड टेक्नोलॉजी फैकल्टी से अर्शे आलम, फैकल्टी ऑफ साइंस से मोहम्मद खालिद, लाइफ साइंस फैकल्टी से मोहम्मद ग्यासुद्दीन, मेडिसिन फैकल्टी से राशिद ने जीत हासिल की।
वीमेंस कॉलेज की आफरीन अध्यक्ष बनीं
एएमयू के वीमेंस कॉलेज यूनियन की अध्यक्ष प्रयागराज जिले की आफरीन फातिमा चुनी गई हैं। उपाध्यक्ष पद पर बिहार की नाहिद असद कब्जा किया तो सचिव पद पर अलीगढ़ की मेमूना अंसारी ने जीत हासिल की। शनिवार दिन में इसके लिए मतदान हुआ और देर रात नतीजे घोषित किए गए। चुनाव में हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं का दबदबा रहा। परिणाम जारी होने के बाद प्रत्याशियों के समर्थक खुशी से झूम उठे।
वीमेंस कॉलेज में सुबह मतदान थोड़ा धीमा शुरू हुआ, लेकिन शाम पांच बजे तक यह 66.5 फीसद पहुंच गया। कुल 3014 में से 1980 छात्राओं ने वोट डाले। अध्यक्ष पद पर प्रयागराज में जीटीबी नगर पोस्ट ऑफिस के पास रहने वाली आफरीन फातिमा (बीए फाइनल लिंग्विस्टिक) को 726 वोट मिले। इन्होंने अलीगढ़ के तुर्कमान गेट निवासी सिदरा इशरत (बीएससी फाइनल जूलॉजी) को 98 मत से हराया। इशरत को कुल 628 वोट मिले। 623 मत पाकर अलीगढ़ के जयगंज खाईडोरा निवासी सिमरा कयाम (बीएससी फाइनल स्टेस्टिक्स) तीसरे नंबर पर रहीं।
उपाध्यक्ष पद पर पटना (बिहार) के अली नगर निवासी नाहिद असद (बीए फाइनल पॉलिटिकल साइंस) ने 1311 वोट हासिल कर अलीगढ़ के तुर्कमान गेट निवासी रुक्शान (बीए फाइनल इस्लामिक स्टडीज) को 645 के बड़े अंतर से हराया। रुक्शान को 666 वोट मिले।
सचिव पद पर अलीगढ़ के बड़ी मस्जिद जमालपुर निवासी मेमूना अंसारी (बीएससी सेकेंड ईयर, जियोलॉजी) ने 1224 वोट हासिल कर अलीगढ़ के तुर्कमान गेट निवासी सुमेरा आरिफ अंसारी (बीकॉम फाइनल) को 698 मतों से हराया। तीनों ही पदों पर यह सबसे बड़ी जीत रही। कीरथपुर (बिजनौर) निवासी जवेरिया बानो (बीए फाइनल इस्लामिक स्टडीज) को 201 मत ही हासिल हुए। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कैबिनेट व कोर्ट मेंबर के कुल 72 प्रत्याशी मैदान में थे
वीमेंस कॉलेज यूनियन का परिणाम
अध्यक्ष
आफरीन फातिमा 1726 (जीती)
सिदरा इसरत 628
सिमरा कयाम 623
उपाध्यक्ष
नाहिद असद 1311 (जीतीं)
रुकसान 666
सचिव
मेमुना अंसारी 1224 (जीतीं)
सुमैरा 526
जवेरिया बानो 201
कैबिनेट पद के आठ विजेता
आफरीन खान (1624)
अलवीना रब (1614)
आफरीन (1490 )
अलवीना रहमान (1483)
नबा रहमान (1453)
हाला मसरूर (1424)
सना हबीब (1405)
सईमा शौकत (1378)
कैबिनेट में हारे
प्रिया शर्मा (889)
मेघा गुप्ता (808 )
मोनिका सिंह (764)
जसवेन कौर (537)
1920 में हुई स्थापना
1920 में स्थापित एएमयू में पहला छात्रसंघ 1920-21 में गठित हुआ था। तब, केएम खुदाबख्श अध्यक्ष चुने गए थे। तीन नवंबर को 77वीं यूनियन के लिए मतदान होगा। इसके लिए सभी प्रत्याशियों ने जी-जान लगा दी। लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के मुताबिक हर पद के लिए चुनावी खर्च की अधिकतम सीमा पांच हजार रुपये है, लेकिन यहां प्रत्याशियों ने पानी की तरह पैसा बहाया गया। यही नहीं, फाइनल स्पीच में छात्र नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और आरएसएस के विरुद्ध तमाम अमर्यादित बातें कहीं। कुलपति को भी नहीं बख्शा गया। कैबिनेट मेंबर के 10 पदों के लिए 28 और कोर्ट मेंबर के 11 पदों के लिए 27 प्रत्याशी मैदान में थे।
सोशल साइंस में सर्वाधिक, वीमेंस पॉलीटेक्निक में सबसे कम मतदाता
छात्रसंघ चुनाव में निर्णायक भूमिका सोशल साइंस फैकल्टी और इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज के छात्र निभाएंगे। सोशल साइंस में सर्वाधिक 3368 मतदाता हैैं तो इंजीनियरिंग फैकल्टी में 3192। सबसे कम 416 मतदाता वीमेंस पालीटेक्निक में हैैं।
कार्यालय और कक्षाएं रही बंद
चुनाव के कारण एएमयू की एकेडमिक एक्टिविटी बंद रहा। इसके नौ स्कूलों में भी छुट्टी की गई। प्रशासनिक कामकाज भी बंद रहा। जेएन मेडिकल कॉलेज में भी सिर्फ अस्पताल खुला रहा। वहीं, वीमेंस कॉलेज में भी चुनाव के कारण पढ़ाई ठप रही।