अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों को पांच नवंबर से लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने लेबनान के आतंकवादी समूह हिज्बुल्ला पर कड़े प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक पर भी हस्ताक्षर कर उसे कानून बना दिया।
व्हाइट हाउस में हुए एक कार्यक्रम में गुरुवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि 5 नवंबर को ईरान के खिलाफ सभी प्रतिबंध फिर से पूरी तरह लागू कर दिए जाएंगे, जिन्हें परमाणु समझौते के कारण हटा दिया गया था। ईरान के साथ परमाणु समझौते से अलग होने के बाद ट्रंप ने सभी देशों से ईरान से तेल का आयात बंद करने या प्रतिबंधों का सामना करने की चेतावनी दी थी।
ईरान के तेल का सबसे बड़ा आयातक होने की वजह से भारत भी अमेरिकी प्रतिबंधों के दायरे में है। इससे बचने के लिए भारत को अमेरिका से छूट चाहिए होगी या ईरान से तेल का आयात बंद करना होगा। ट्रंप ने कहा है कि हम दुनिया में आतंकवाद के सबसे बड़े प्रायोजक को खतरनाक हथियार बनाने नहीं देंगे। यह नहीं होगा।
इससे पहले ट्रंप ने हिज्बुल्ला इंटरनेशनल फाइनेंसिंग प्रिवेंशन एमेंडमेंट्स ऐक्ट पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत हिज्बुल्ला पर और कड़े प्रतिबंध लगाने का प्रावधान है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि हिज्बुल्ला ने अमेरिकी नागरिकों का अपहरण किया, उन्हें प्रताड़ित किया तथा हत्याएं कीं। उन्होंने कहा कि यह विधेयक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था से हिज्बुल्ला को अलग करके उसकी फंडिंग को कम करेगा।