अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगली चाल को पकड़ने के लिए चीन और रूस ट्रंप केआईफोन को टैप कर रहे हैं. अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों के लाखों चेतावनी के बावजूद राष्ट्रपति बनने के बाद भी डोनाल्ड ट्रंप आईफोन का मोह नहीं छोड़ रहे हैं और इसका फायदा उठाते हुए प्रतिद्वंदी देश के जासूस ट्रंप की पर्सनल बातों को सुनकर अपनी सरकार को लगातार सूचना देने का काम कर रहे हैं.
अमेरिका के दो प्रमुख अखबार न्यू यार्क टाइम्स और न्यू यार्क पोस्ट ने सुरक्षा एजेंसी में सूत्रों के मुताबिक दावा किया है कि बेहद असुरक्षित माने जाने वाले आईफोन से अमेरकी सुरक्षा पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने दोस्तों और करीबियों से संपर्क साधने के लिए निजी आईफोन का इस्तेमाल करते हैं. इसके चलते चीन और रूस की सरकार अपने जासूसों की मदद से मोबाइल टावर को हैक कर रहे हैं और राष्ट्रपति ट्रंप की निजी बातों को सुनकर सूचनाएं अपनी सरकार को मुहैया करा रहे हैं.
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आईफोन बेहद पसंद है और मौजूदा समय में वह तीन आईफोन का इस्तेमाल करते हैं. इनमें से दो आईफोन सरकारी हैं जिसे कुछ हद तक अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी सीआईए ने सुरक्षित कर रखा है लेकिन निजी बातचीत के लिए राष्ट्रपति ट्रंप एक निजी आईफोन का इस्तेमाल भी करते हैं. सुरक्षा एजेंसियां राष्ट्रपति के इस तीसरे आईफोन की सुरक्षा की गारंटी नहीं दे पा रहे हैं.
टाइम्स को मिली सूचना के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप निजी आईफोन से अपने कुछ खास दोस्तों और पुराने करीबियों से बराबर बात करते रहते हैं. इस वार्तालाप में आमतौर पर वह दोस्तों का हालचाल जानने के साथ-साथ मीडिया में आ रही उनसे संबंधित खबरों पर प्रतिक्रिया भी लेते रहते हैं. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि उनकी तमाम कोशिशों के बावजूद जब राष्ट्रपति ट्रंप निजी आईफोन का इस्तेमाल बंद नहीं कर रहे हैं तब उनकी कवायद है कि वह कम से कम इन वार्तालापों में अमेरिकी सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर कोई बात न करें.
खबर के मुताबिक चीन सरकार ने राष्ट्रपति ट्रंप के दोस्तों की सूची बना रखी है और लगातार उनके फोन को सर्वेलेंस पर रखा हैं. इस सूची में ब्लैकस्टोन ग्रुप के चीफ एक्जिक्यूटिव स्टीफेन ए स्वार्जमैन, जो हाल में बीजिंस स्थिति एक युनीवर्सिटी में एक कोर्स के लिए रजिस्टर हुए हैं और लास वेगाल के कसीनो मालिक स्टीव विन शामिल हैं. चीन सरकार ट्रंप के इन दोस्तों के ऐसे दोस्तों पर नजर बनाए है और ट्रंप के फैसलों को प्रभावित करने की कवायद में लगी है.
गौरतलब है कि 2016 में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रैट पार्टी से दौड़ में शामिल हिलेरी क्लिंटन की निजी ईमेल इस्तेमाल करने पर कड़ी आलोचना की थी.