मल्टीमीडिया डेस्क। लगता है सार्वजनिक जीवन में शुचिता की बात करने वाले नेता मौका पाते ही खुद पर से काबू खो देते हैं। अब राजनीति की सफाई करने और बड़े-बड़े सिद्धांतों का राग अलापने वाली आम आदमी पार्टी के मंत्री संदीप कुमार की करतूत सामने आई है।
बहरहाल, संदीप पहले ऐसे नेता नहीं हैं, जिन्होंने अपनी ऐसी हरकत के चलते प्रतिष्ठा गंवाई हो। हम यहां आपको भारतीय राजनीतिक के ऐसे चेहरों का एक बार फिर परिचय करवा रहे हैं, जिनकी गंदी सीडी चलते ही सियासत थम गई।
1. अभिषेक मनु सिंघवी (कांग्रेस): अप्रैल 2012 में कांग्रेस में उस समय हड़कंप मच गया जब उसके तेज तर्राट नेता अभिषेक मनु सिंघवी की एक संदिग्ध सीडी सामने आई। वीडियो में कोर्ट परिसर स्थित कोई चैंबर रूम जैसा स्थान नजर आ रहा था।
चर्चा चली कि जो महिला नजर आ रही है, वो एक वकील है और सिंघवी ने कथिततौर पर उसे जज बनाने का लालच दिया था। इसके बाद सिंघवी ने संसद की स्थायी समिति से इस्तीफा दे दिया था।उनका कहना था कि उन्होंने इस्तीफा इसलिए दिया ताकि संसद में इस मुद्दे पर हंगामा न हो। यह बात और है कि अब कांग्रेस ने सिंघवी को फिर से पार्टी प्रवक्ता बना दिया है।
2. राघव (भाजपा): 2013 में मध्यप्रदेश से भाजपा के वरिष्ठ नेता और तत्कालीन वित्त मंत्री रहे राघव की देशभर में चर्चा हुई। दरअसल, सेक्स सीडी सामने आने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। उन पर नौकर से प्राकृतिक संबंध बनाने का आरोप था। मामला पुलिस तक पहुंचा था। राजनीतिक स्तर पर ये आरोप भी लगे थे कि राघवजी की 22 सेक्स सीडियां हैं। कुछ तो ट्रेन के एसी कोच में बनवाई गई हैं।
3. महिपाल मदेरणा (कांग्रेस): राजस्थान में कांग्रेस महिपाल मदेरणा और भंवरी देवी का सीडी भी खूब चर्चा में रही। मदेरणा उस समय अशोक गहलोत सरकार में मंत्री थे। भंवरी देवी की हत्या कर दी गई थी और इस हत्याकांड में महिपाल मदेरणा फंस गए थे। इस कांड के चलते मदेरणा का राजनीतिक बर्बाद हो गया। मामले की लंबी जांच चली और सीएफएसएल के वरिष्ठ वैज्ञानिक गौतम रॉय ने कोर्ट को बताया कि आपत्तिजनक सीडी में दिखाई देने वाले महिपाल मदेरणा व भंवरी देवी ही थे।
4. एनडी तिवारी (कांग्रेस): कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण दत्त (एनडी) तिवारी की रंग-रेलियां जगजाहिर हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आने के बाद उन्हें आंध्र प्रदेश के राज्यपाल पद से इस्तीफा देना पड़ा था। तेलेगु चैनल पर उनको तीन महिलाओं के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया था। एन डी तिवारी ने इस मामले में सार्वजनिक माफी मांगी थी और कहा था कि उनको राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है।