कई लोगों को इंजेक्शन के सूजन की समस्या रहती है। बच्चे में ऐसा जेनेटिक ब्लीडिंग डिसऑर्डर यानी होमोफिलिया की वजह से होता है। यह बीमरी होने पर बच्चे में ब्लड का क्लॉट नहीं बन पाने के कारण बच्चे को लगातार ब्लीडिंग होती रहती है। अभी तक इस बीमारी का कोई स्थायी इलाज नहीं है लेकिन आगामी कुछ सालों में जीन थेरेपी आने से बच्चों को नयी जिंदगी मिल पाएगी।
क्या है इसका कारण:
एक साधारण व्यक्ति में क्लॉट बनने से ब्लीडिंग रुक जाती है। लेकिन जिन बच्चों में हीमोफीलिया होता है, उन्हें चोट लगने पर ब्लीडिंग रुक नहीं पाती है। ब्लड में सेक्टर 8 की कमी से हीमोफीलिया और और सेक्टर 9 की कमी से हीमोफीलिया-बी होता है।
क्रोमोजोम में डिफेक्ट यानी म्यूटिशियन होने पर हीमोफीलिया होता है। लड़कियों में यह बीमारी कम होती है लेकिन लड़की में एक क्रोमोजोम डिफेक्ट होने से उसकी अगली पीढ़ी में हीमोफीलिया होने की रिस्क बढ़ जाती है।