जेल विभाग अब पेट्रोल पंप के साथ-साथ आईसक्रीम पार्लर भी खोलेगा। फ्यूल स्टेशन खोलने के लिए हिंदुस्तान पेट्रोलियम कंपनी से एग्रीमेंट हो गया है। जिला प्रशासन से एनओसी मिलने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा।
पंप का संचालन जेल अधीक्षक की निगरानी में गठित कमेटी करेगी। कर्मचारी और बंदी पेट्रोल पंप का संचालन करेंगे।
आईजी कार्यालय रोड पर मंदिर के पास जेल विभाग की जमीन पर पंप स्टेशन के लिए 35 बाई 40 का प्लॉट चिन्हित किया गया है। एग्रीमेंट के मुताबिक जमीन जेल विभाग की रहेगी, फिलिंग स्टेशन व बिल्डिंग का निर्माण एचपी कंपनी करेगी। जेल विभाग के अधिकारियों ने एमओयू साइन होने के बाद एचपी कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर को साइट विजिट करने सागर आने और जिला प्रशासन से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने के लिए जरूरी दस्तावेज कंपनी से तैयार कराने पत्र भेजा है।
8 माह में तैयार हो जाएगा पेट्रोल पंप
पूर्व में पेट्रोल पंप के लिए खुली जेल के आगे की जमीन प्रस्तावित की गई थी, लेकिन वाहन पार्किंग को देखते हुए साइट चेंज करनी पड़ी। जिला प्रशासन से एनओसी मिलने के 8 माह बाद फिलिंग स्टेशन बनकर तैयार हो जाएगा। इससे लोगों को पांच सौ मीटर के दायरे में पेट्रोल-डीजल आसानी से उपलब्ध होने लगेगा। वर्तमान में सिविल लाइन चौराहा और तिली गांव तिराहे पर पेट्रोल पंप है। यह पंप दोनों तिराहों के सेंटर में पड़ेगा।
बंदी करेंगे संचालन
पेट्रोल पंप का संचालन जेल के उन बंदियों द्वारा कराया जाएगा। जो बंदी शिक्षित है, सजा के दौरान उनका आचरण अन्य बंदियों से अच्छा रहा है। परोल अवकाश के बाद वे नियत तिथि पर वापस आ गए। उन्हें हिसाब रखने का अच्छा अनुभव है। इन बंदियों की सजा दो या दो साल से कम होने पर इनसे पेट्रोल पंप का संचालन कराया जाएगा।
समिति का गठन किया जाएगा
जेल अधीक्षक की निगरानी में समिति का गठन किया जाएगा। समिति में कंपनी के एरिया मैनेजर, जेलर, सहायक जेलर व 4 अनुभवी बंदियों को शामिल किया जाएगा। जेल मैन्युअल के मुताबिक बंदियों को पारिश्रमिक उनके खातों में हर माह जमा किया जाएगा।