रेलवे ने ट्रेनों का लुक एंड फील बदलने के लिए पुराने किस्म के डिब्बों वाले यानी आईसीएफ कोच वाली गाड़ियों का रंग रोगन और सुविधाओं को बेहतर बनाना शुरू कर दिया है. इस कवायद को उत्कृष्ट योजना का नाम दिया गया है. उत्कृष्ट योजना के तहत पहली ट्रेन कालका मेल को नई कलर स्कीम के साथ चलाया जा रहा है.
2000 ट्रेनों के कलर में किया जा रहा है बदलाव
बाहर से देखने पर यह ट्रेन एकदम अलग नजर आती है, क्योंकि इसका रंग अब हल्का पीला किया गया है. जिसको लोग पसंद कर रहे हैं, उत्कृष्ट योजना के तहत देशभर में चलने वाली तकरीबन 2000 ट्रेनों की कलर स्कीम में बदलाव किया जा रहा है.
कोच में किए गए ये बदलाव
उत्कृष्ट योजना के तहत पुराने किस्म के आईसीएफ कोच वाली गाड़ियों को नई सुविधाओं और रंग रोगन के साथ उतारा जा रहा है. इसके तहत चालू वित्त वर्ष में 640 ट्रेनों को बदला जाएगा. रेलवे बोर्ड के मेंबर रोलिंग स्टॉक राजेश अग्रवाल के मुताबिक हावड़ा दिल्ली कालका देश की पहली ऐसी ट्रेन हो गई हैस जिसको उत्कृष्ट योजना के तहत सजाया संवारा गया है. उन्होंने बताया कि पूरी ट्रेन को ग्लासी और कलरफुल विनाइल रैपिंग से सजाया गया है. हर डिब्बे में एलईडी लाइटिंग लगाई गई है. डिब्बों के अंदर स्टेनलेस स्टील पैनलिंग और एंटी स्किड फ्लोरिंग के साथ स्टेनलेस स्टील का डस्टबिन भी रखा गया है. बाथरूम में बड़े-बड़े शीशे लगाए गए हैं.
शौचालयों का नवीनीकरण
ट्रेनों में हाईब्रिड डिजाइन बायो डायलेट लगाया गया है और इसको स्वच्छ रेल टॉयलेट का नाम दिया गया है. इसमें पूरी कोशिश की गई है नई तकनीक का इस्तेमाल करके दुर्गंध को कम से कम रखा जाए. मेंबर रोलिंग स्टॉक राजेश अग्रवाल ने बताया कि कालका मेल को नया रंग रूप देने में 60 लाख रुपये का खर्च आया है.
यात्रियों को मिलेगी यह सुविधाएं
कालका मेल के स्लीपर क्लास में अंदर का रंग बदला गया है तो वहीं थर्ड एसी, सेकंड एसी, हॉर्स फर्स्ट क्लास में अलग-अलग तरीके की सुविधाएं दी गई हैं. हर डिब्बे में ब्रेल लिपि में दृष्टि बाधित लोगों को सहायता करने के लिए बोर्ड लगाए गए हैं. हर एक डिब्बे के अंदर डिजिटल बोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें तमाम तरह की जानकारी रहती हैं. मोबाइल चार्जिंग के लिए यूरोपियन और इंडियन दोनों तरह के स्विच लगाए गए हैं. जिससे लोगों को अपने मोबाइल को चार्ज करने में आसानी रहे.