आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की विश्वभर में किरकिरी होती रहती है, लेकिन इस बार आतंकवाद से इतर भी पाकिस्तान दुनिया के सामने शर्मसार हुआ है। ये मामला चोरी का है और इस बार दुनिया के सामने पाकिस्तान की फजीहत, उनके खुद के राजनयिक ने की है। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पाकिस्तान का एक अधिकारी कुवैत के प्रतिनिधि का वॉलेट (पर्स) चुराता नजर आ रहा है। इस मामले के सामने आने के बाद अब उस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
कैमरे में कैद चोरी की घटना
वॉलेट चोरी करने वाले अधिकारी का नाम जरार हैदर खान बताया जा रहा है, जिनको शुक्रवार को गिरफ्तार भी कर लिया गया। आपको बता दें कि पाकिस्तान के इस अधिकारी ने ये शर्मसार करने वाली घटना को संयुक्त मंत्रिस्तरीय आयोग की बैठक के दौरान अंजाम दिया। कुवैती राजनयिक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मिलने यहां आए थे। चोरी की यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई।
बता दें कि इस घटना की जानकारी पाकिस्तानी पत्रकार उमर कुरैशी ने एक ट्वीट के माध्यम से दी। उन्होंने ट्विटर पर घटना का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘ग्रेड 20 GoP अधिकारी कुवैती अधिकारी का वॉलेट चुरा रहा है। अधिकारी उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा था, जो प्रधानमंत्री से मिलने आया था।’ उमर कुरैशी पाकिस्तान के मशहूर डॉन अखबार के पत्रकार भी रह चुके हैं।
ऐसे चुराया वॉलेट
वायरल हो रहे वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक साथ बहुत सारी कुर्सियां लगी हुई हैं। जहां पर अधिकारी बैठे हुए थे। लेकिन ब्रेक के समय में कुवैत के एक अधिकारी अपना वॉलेट टेबल पर भूल जाते हैं। इस वॉलेट पर पाकिस्तानी अधिकारी की नजर गड़ी हुई थी और जैसे ही उनसे मौका मिला, उसने बड़ी सफाई से टेबल पर रखे वॉलेट को अपनी जेब में रख लिया। जब शिकायत की गई कि कुवैत के अधिकारी का वॉलेट खो गया है, तो सीसीटीवी फुटेज की जांच हुई। जिसके बाद सच्चाई सामने आई।
देश का सिर झुकाने वाली हरकत
पाकिस्तान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना पर वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘उद्योग मंत्रालय और अर्थशास्त्र मामलों के विभाग के सभी अधिकारियों के साथ-साथ अन्य प्रतिभागी उस समय हैरान रह गए, जब कुवैती प्रतिनिधिमंडल ने इस घटना के बारे में शिकायत की थी। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, इससे देश और यहां काम करने वाले अधिकारियों का नाम खराब हुआ है। हालांकि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उस अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।