पूर्व सांसद और मायावती के करीबी माने जाने वाले बृजेश पाठक बसपा छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। वहीं पार्टी सचिव सतीश मिश्र ने एक बयान जारी करके ये सूचना दी कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से उन्हें पार्टी से निकाला गया। आगरा रैली के बाद बसपा के लिए ये तगड़ा झटका है। बता दें कि सतीश मिश्र के साथ बृजेश पाठक आगरा रैली में मीडिया संयोजक थे।
बसपा से ब्राह्मणों को जोड़ने का काम मैंने ही किया
सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि बृजेश पाठक के साले पूर्व एमएलसी गुड्डू त्रिपाठी और भाई राजेश पाठक को बसपा से पहले ही निकाला जा चुका है। ये एक्शन पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते लिया गया। बता दें कि बृजेश बीएसपी से राज्यसभा सांसद रह चुके हैं इसके अलावा बसपा से लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। बृजेश को मायावती का करीबी और सतीश मिश्र के बाद पार्टी का बड़ा ब्राह्मण चेहरा माना जाता है।
यहां उनके बसपा छोड़ने की खबर आते ही दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें पार्टी ज्वॉइन करवाई। पार्टी ज्वाइन करते वक्त बृजेश पाठक ने कहा, 2017 में बीजेपी की सरकार बनानी है। उन्होंने यूपी में कानून व्यवस्था पर निशाना साधा और कहा कि यूपी में गुंडाराज है। उन्होंने कहा, बसपा से ब्राह्मणों को जोड़ने का काम मैंने ही किया है। बसपा में सर्वसमाज की उपेक्षा है।