देश के सबसे बड़े बीमाकर्ता जीवन बीमा निगम (एलआईसी) इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस) को बंद नहीं होने देगी। यह बात एलआईसी के चेयरमैन वीके शर्मा ने कही है।
शर्मा ने कहा, “सभी विकल्प जिनमें आईएलएंडएफएस में एलआईसी की हिस्सेदारी बढ़ाना भी शामिल है, खुले हैं।”
बता दें कि हाल के दिनों में कथित तौर पर कर्ज लौटाने में डिफॉल्ट होने और अन्य कॉरपोरेट गवर्नेस के मसलों को लेकर आइएलएंडएफएस समूह संकट में है। इस दौरान आइएलएंडएफएस फाइनेंशियल सर्विसेज के चार स्वतंत्र निदेशक रेणु चल्लू, सुरिंदर सिंह कोहली, शुभलक्ष्मी पानसे और उदय वेद ने भी इस्तीफा दे चुके हैं। गैर कार्यकारी निदेशक विभव कपूर ने भी अपने पद से त्याग पत्र दे चुके हैं।
आइएलएंडएफएस में वित्तीय संकट के बाद पिछले हफ्ते कई दूसरे एनबीएफसी के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई थी। इसके पीछे वजह यह बताई गई कि सरकारी क्षेत्र के बैंक अब एनबीएफसी को नया कर्ज देने को तैयार नहीं है। यही वजह है कि एसबीआइ को रविवार को सामने आ कर निवेशकों को यह आश्वासन देना पड़ा है कि उसकी ऐसी कोई मंशा नहीं है।