चीन की ई-कॉमर्स कंपनी ‘अलीबाबा’ के सहसंस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष जैक मा का कहना है कि वह सोमवार को रिटायर हो जाएंगे। रिटायर होने के बाद जैक शिक्षा व मानव सेवा कार्यों से जुड़े रहेंगे। जैक मा की सफलता की कहानी काफी दिलचस्प है। जैक खानदानी अमीर नहीं थे। उन्होंने जो भी हासिल किया उसके पीछे अथक परिश्रम और लगन थी। एक आम आदमी से अमीर बनने तक का उनका सफर किसी के लिए प्रेरणादायी हो सकता है। आखिर कौन हैं ये जैक मा। चीन के आम आदमी से कैसे वह इस देश के सबसे अमीर शख्स बन गए। आइए जानते हैं उनकी विफलता और सफलता की कहानी।
अपार्टमेंट में हुई अलीबाबा की स्थापना
जैक ने 17 लोगों के साथ मिलकर 1999 में चीन के झेजियांग के हांगझू में अपने अपार्टमेंट में अलीबाबा की स्थापना की थी। उस वक्त इस कंपनी में मात्र 18 लोग काम करते थे। लेकिन अब विश्वभर में 22 हजार से अधिक लोग इस कंपनी से जुड़े हैं। इतना ही नहीं इंटरनेट से होने वाले कारोबार के एक बड़े हिस्से में अलीबाबा का दबदबा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चीन में होने वाले ऑनलाइन कारोबार के 80 फीसद हिस्से पर अलीबाबा का कब्जा है।