खेल की दुनिया में वैसे तो बहुत से ऐसे खिलाड़ी है जिनका जीवन काफी संघर्षो से भरा रहा है इस संबंध में समय समय पर आप लोगो को अवगत भी कराया जाता रहा है। इसी क्रम में आज हम एक ऐसे खिलाड़ी की बात करने वाले है जो इन दिनो इंग्लैड दौरे में व्यस्थ चल रहे है। आपको बता दें कि हम बात कर रहे है चेतेश्वर पुजारा की जो कि एक बेहतरीन बल्लेबाज है, पर इन दिनो टेस्ट के दौरान का खेल अभिनय कुछ खास नही रहा है। हालांकि यह खिलाड़ी टेस्ट बल्लेबाजी रैकिंग में टॉप 10 की लिस्ट में शामिल है।
दरसअल इसमे कोई दो रॉय नही है, चेतेश्वर पुजारा की बल्लेबाजी कमाल की है। टेस्ट के दौरान यह अपनी अहम भूमिका निभाने में लगे हुये है। हालांकि इस बार के टेस्ट मुकाबले में भारतीय टीम के खिलाड़ी कुछ खास नही कर पा रहे है। इसके अतिरिक्त अगर बात की जाये चेतेश्वर पुजारा के व्यक्तिगत जीवन की तो इनका बचपन काफी संघर्षो से भरा रहा है। आपको बता दें कि एक बार ये इधर खेल में व्यस्थ थे। उधर इनकी मां का अचानक निधन होने से लगा बड़ा झटका जिसे यह सह नही पाये थे।
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि 25 जनवरी 1988 को जन्मे चेतेश्वर पुजारा का करियर संवारने में उनकी मां रीना का बड़ा योगदान रहा था। इनकी कामयाबी के पीछे मां का संघर्ष काफी अधिक रहा है, पर इनकी कामयाबी इनकी नही देख सकी। आपको बता दें कि वर्ष 2005 में जब पुजारा अंडर 19 का मैच खेलने निकले थे तो उन्होंने अपनी मां से फोन कर कहा कि वे पिता से बोल दें कि जब वे मैच से वापस लौटें तो पिता उन्हें लेने आयें। जब पुजारा मैच के लिए स्टेडियम पहुंचे तो उनकी मां की मौत की खबर आई। उस समय 17 वर्षीय पुजारा के लिए ये किसी बड़े सदमे से कम नहीं था। पुजारा की मां की कैंसर से मौत के ठीक 5 वर्ष पश्चात अपने दम पर उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया। ऐसी स्थिति में भी पुजारा ने हिम्मत नही हारी और आज इस मुकाम तक पंहुच गये है। हालांकि इनको इस बात का दुख काफी रहा है, कि उनकी मां इस सुख की अनुभूमि नही कर पायी।
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