ज्योतिर्लिंग महाकाल में श्रावण मास के दूसरे रविवार पर आस्था का सैलाब उमड़ा। देशभर से आए 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। सुबह दर्शनार्थियों की कतार करीब 2 किमी लंबी थी।
श्रद्धालुओं को दर्शन में अधिक समय न लगे, इसके लिए मंदिर प्रशासन ने नंदी हॉल के पीछे बेरिकेड्स में तीन पाट लगाकर तीन लाइन चलाई। सुबह 10.30 बजे भोग आरती के समय दर्शनार्थियों की कतार माधव सेवा न्यास के पीछे स्थित पार्किंग से आगे निकल गई थी। भक्तों को दर्शन में ढाई से तीन घंटे का समय लगा।
मंदिर प्रशासन दर्शनार्थियों को टनल के रास्ते कार्तिकेय मंडपम से होकर नंदी हॉल के पीछे बेरिकेड्स में प्रवेश दे रहा है। इस व्यवस्था से दर्शनार्थी भगवान को जल अर्पित नहीं कर पा रहे हैं। कर्मचारी दर्शनार्थियों द्वारा लाया गया जल और पूजन सामग्री यहां रखे पात्रों में एकत्र कर रहे हैं। इससे उनकी धार्मिक भावाना आहत हो रही है। मंदिर समिति ने श्रावण मास के पहले सभा मंडप को तैयार करा लिया है। यहां जलपात्र भी लगे हैं। बावजूद दर्शनार्थियों को सभा मंडप के रास्ते प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।