नई दिल्ली। जेएनयू के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार एक बार फिर मुश्किलों में फंस सकते हैं। इस बार केजरीवाल की सरकार ने कन्हैया के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। दिल्ली हाईकोर्ट में राज्य सरकार ने साफ कहा है कि कन्हैया की जमानत याचिका खारिज करना गलत होगा। वहीं, दिल्ली पुलिस इस मामले में गोलमोल जवाब दे रही है।
कन्हैया कुमार ने जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया है
इस जवाब पर हाईकोर्ट ने नाराजगी भी जताई। दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। इस मामले में याचिकाकर्ता ने कन्हैया कुमार पर जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। याचिकाकर्ता ने कहा कि मेरे अंदर देशभक्ति की भावना है। अगर देश होगा तभी हम होंगे। उन्होंने बताया कि कन्हैया ने जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया है। ऐसे में हाईकोर्ट को उनकी जमानत खारिज करनी चाहिए।
राष्ट्रद्रोह के मामले में जेएनयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार छह महीने की जमानत पर हैं। उनकी जमानत अवधि दो सितंबर को खत्म हो रही है। वहीं, पुलिस ने भी माना है कि कन्हैया कुमार की जमानत याचिका खारिज कर देनी चाहिए। इस बात पर कोर्ट ने पुलिस से पूछा कि पिछली तारीखों पर सुनवाई के दौरान यह बात साफ क्यों नहीं की गई। कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि आपने सिस्टम का मजाक बना रखा है।