प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब से कुछ ही देर में राजधानी लखनऊ पहुंचने वाले हैं। वो करीब ढ़ाई घंटे यहां गुजारेंगे और फिर दिल्ली लौट जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी यहां स्मार्ट सिटी, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) और अमृत योजना के तीन वर्ष पूरे होने के मौके पर शुक्रवार से शुरू हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन करेंगे और प्रदेश को 3897 करोड़ रुपये की 99 परियोजनाओं की सौगात देंगे।
– प्रधानमंत्री मोदी शाम 4.30 बजे विशेष विमान से अमौसी एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
– 4.35 बजे पीएम फ्लीट की एयरपोर्ट से आईजीपी रवानगी।
– 5.00 बजे स्मार्ट सिटी से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सेदारी को आईजीपी पहुंचेंगे।
– 6.30 बजे पीएम फ्लीट की आईजीपी से एयरपोर्ट रवानगी।
– 6.55 बजे दिल्ली वापस चले जाएंगे।
देश भर के मेयरों से करेंगे चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी कार्यशाला में स्मार्ट सिटी को लेकर देश भर से आए मेयरों से चर्चा करेंगे। वहीं, लखनऊ समेत कई जिले के पीएम आवास योजना के लाभार्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग से संवाद करेंगे और प्रतीकात्मक रूप से आवासों की चाबी सौंपेंगे।
लखनऊ के अमौसी, मोहनलालगंज व चिनहट में शुरू होंगी परियोजनाएं
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को जिन परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे, उनमें से 350 करोड़ की पांच परियोजनाएं शहर से जुड़ी हैं। इन्हें हरी झंडी मिलते ही राजधानी के औद्योगिक विकास को नया मुकाम हासिल हो जाएगा। बीते फरवरी माह में इंवेस्टर्स समिट के बाद राजधानी में बड़े प्रोजेक्ट शुरू कराने की कवायद शुरू हुई थी। इस दौरान कारोबारियों ने 61 बड़े प्रोजेक्ट शुरू करने की इच्छा जताई थी। अब तक पांच परियोजनाओं को शुरू कराने की औपचारिकता पूरी की गई है।
औद्योगिक विकास से जुड़े ये प्रोजेक्ट अमौसी, मोहनलालगंज व चिनहट में शुरू होंगे। इन परियोजनाओं में सर्वाधिक 205 करोड़ का निवेश करने का हौसला रक्षा क्षेत्र से जुड़ी मैसर्स पीटीसी इंडस्ट्रीज ने दिखाया है। मैसर्स अनहिता हॉस्पिटल्टी ने 75 करोड़, कूड़े से बिजली बनाने वाली मैसर्स इको ग्रीन इंडस्ट्रीज ने 30 करोड़, मैसर्स ब्राउन बेकरी व मैसर्स इंटरनेशनल फ्लाइट किचन 20-20 करोड़ रुपये का निवेश करने को तैयार हैं। पीटीसी सेना के उपयोग में आने वाले हवाई जहाज, टैंक, ट्रक और अन्य युद्धक साज-ओ-सामान से जुड़े कलपुर्जों (जरूरी पार्ट्स) का निर्माण करती है। पूरे देश में टाइटेनियम पार्ट्स बनाने वाली एकमात्र कंपनी है, जो अमौसी में निर्माण इकाई की स्थापना पर 205 करोड़ का निवेश करने की इच्छुक है।
युवाओं को मिलेगा रोजगार, क्षेत्र का होगा विकास
इन पांच परियोजनाओं के पूरा होने से उन इलाकों में मूलभूत सुविधाओं का विकास होगा, जहां ये प्रोजेक्ट शुरू होने हैं। साथ ही औद्योगिक इकाई में कामकाज के लिए प्रशिक्षित पॉलीटेक्निक व आईटीआई संस्थाओं के छात्र-छात्राओं के साथ ही फूड प्रोसेसिंग, फूड मेकिंग से जुड़े युवाओं को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। इन इकाई के निर्माण स्थल से जुड़े इलाके भी कामगारों की संख्या बढ़ने से विकसित होंगे और अन्य छोटे व्यवसाय विकसित होने से स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।