
अयोध्या. जहाँ एक तरफ अयोध्या धर्म कर्म की नगरी मानी जाती है वंही अपनी गंगा-जमुनी तहजीब को लेकर पूरे विश्व में एक खास पहचान बना रखी है| भगवान राम की जन्मस्थली होने के कारण पूरे विश्व से लाखों तीर्थयात्री यंहा हर वर्ष आते हैं| जहाँ एक तरफ अयोध्या धर्म-कर्म को सजोये हुए है वंही दूसरी ओर यंहा राजनीति की रोटियां सेकने में हर पार्टी एक दूसरे से दो-दो हाथ करने की तैयारी में रहती है| लगातार २२ वर्षों तक अयोध्या पर अपना झंडा बुलंद करने वाली भारतीय जनता पार्टी का किला २०१२ में क्रांतिकारी नवजवान नेता अखिलेश यादव के नेतृत्व में ध्वस्त कर दिया गया |
सपा के प्रति साधु संतों का झुकाव
गौर करने वाली बात ये है कि अखिलेश यादव ने अयोध्या में अपने कार्यकाल में लगभग २५० करोड़ से अधिक के विकास कार्य करवाकर एक विकास पुरुष के रूप में आम जनता के दिल में जगह बना ली है. जिस अयोध्या में कभी साधु-संत समाज मुलायम सिंह का नाम लेने से कतराते थे, आज वही संत-समाज अखिलेश यादव के सर पर हाथ रखकर फिर से मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दे रहे हैं| वहीँ अखिलेश यादव भी अपने कार्यों से नहीं चूक रहे और साधु-संतो के लिए अयोध्या में सौगात के रूप में १४ करोड़ की लागत से भजन संध्या स्थल का शिलान्यास करने के साथ ही ये भी कहने से नही चूके कि साधु-संतो के आशीर्वाद से ही हम दोबारा सत्ता में वापसी करेंगे|

वंही भारतीय जनता पार्टी जो लगातार २२ वर्षों तक अयोध्या की प्रतिस्ठापूर्ण सीट वर्ष २०१२ में खो चुकी है, पर गम्भीर दिखती नज़र नही आ रही है|

दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी हर कीमत पर यह सीट फिर से जीतना चाहती है| शायद इसी बात को समझकर समाजवादी पार्टी पिछले 2-3 बर्षों से मुलायम और अखिलेश के जन्मोत्सव को लम्बे समय तक चलने वाली जन्मोत्सव समारोह कार्यक्रमों में विभिन्न सामाजिक कार्यों के माध्यम से आम जनमानस में अपनी छवि को अच्छा बनाने की कोशिश में जुटी है| काफी लम्बे समय तक चलने वाले इन जन्मोत्सव समारोह की खासियत ये है की इन कार्यक्रमो में गंगा-जमुनी तहजीब का असर पूरी तरह दिखायी पड़ता है|

उत्तम स्वास्थय, दीर्घायु होने के लिए लगातार बड़ी संख्या में साधु -संत समाज मुलायम और अखिलेश के नाम पर यज्ञ – हवन पूजन में शामिल होने के साथ-साथ वैदिक मंत्रोचार करते नज़र आते हैं| भंडारा से लेकर गरीब असहायों की सेवा, वस्त्र दान, साडी वितरण, कम्बल वितरण के साथ साथ रक्त शिविर का भी आयोजन किया जाता है|

इतने लम्बे समय तक ७६, ७७, ४३, ४४ दिनों तक चलने वाले इन कार्यक्रमो के आयोजक और समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव (समाजवादी ब्राह्मण सभा ) और जनेश्वर मिश्र सेवा फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ आशीष पाण्डेय दीपू युवा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी को प्रेरणास्रोत्र मानते हैं और कहते हैं कि यशस्वी मुख्यमंत्री श्रीअखिलेश यादव जी ने अपने कार्यकाल में अपने व्यवहार और विकास कार्यों से आम जनमानस के साथ-साथ हर वर्ग के दिलों में जगह बने है| हमारे मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी के कार्यों की प्रशंसा विदेशों में भी हो रही है और पूरे हिन्दुस्तान के एकलौते ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने प्रर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए एक दिन में 5 करोड़ पौधे लगवाकर गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपनी जगह बनायी है|

डॉ आशीष कहते हैं कि हमारे द्वारा किये जा रहे इन कार्यक्रमों में साधु-संत समाज का बहुत बड़ा साथ और सानिध्य मिल रहा है| साथ ही अब तक रक्त दान शिविर में २०० यूनिट से अधिक रक्तदान करवाकर दर्जनों जरूरतमन्दो को जीवनदान भी दे चुके है|
इन जन्मोत्सव कार्यक्रमों पर हमला करते हुए पूर्व सांसद और रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य डॉ राम विलाश दास वेदांती केंद्र सरकार से इन कार्यक्रमों पर रोक लगवाने की मांग भी कर चुके हैं| अयोध्या में समाजवादी पार्टी को साधु-संतो के मिल रहे समर्थन से शायद बीजेपी सकते में है तभी बीजेपी के प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक इन कार्यक्रमों को ढोंग बताते हैं|
डा. आशीष कहते है की सभी वर्गों से मिल रहे स्नेह और साधु – संतों के आशीर्वाद से दोबारा अखिलेश जी सत्ता में वापसी करेंगे और मुख्यमंत्री बनेंगे .
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