नोएडा सेक्टर-123 में बनने वाले डंपिंग ग्राउंड को लेकर लोगों के भारी विरोध को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को आगे आना पड़ा है। शुक्रवार सुबह यूपी में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने यह फैसला लिया है कि सेक्टर-123 में बनने वाला डंपिंग ग्राउंड अब यहां नहीं बनेगा। इसे यहां से शिफ्ट कर दिया जाएगा। हालांकि यहां से शिफ्ट करने के बाद इसे कहां बनाया जाए? इसका एलान अभी नहीं किया गया है।
नोएडा में डंपिंग ग्राउंड के विरोध में मास्क लगाकर किया था योग
एक दिन पहले ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भी सेक्टर-123 स्थित डंपिंग ग्राउंड पर विरोध का सिलसिला जारी था। लोगों ने डंपिंग ग्राउंड के पास विरोध में मास्क लगाकर योग किया था। इस दौरान लोगों ने चेहरे पर प्रधानमंत्री मोदी का मास्क भी लगाया था और सांकेतिक आक्सीजन सिलेंडर लगाकर एक घंटे योग किया गया था। इसके बाद आक्रोशित महिलाओं ने पर्थला गोल चक्कर पर डंपिंग ग्राउंड के विरोध में रैली निकाली थी। इस दौरान महिलाएं सड़क पर लेट गई थीं। इससे इस रास्ते जाम लग गया, जिसमें फंस कर लोगों के भारी परेशानी उठानी पड़ी थी। पुलिस ने बड़ी मशक्कत कर आक्रोशित लोगों को शांत कराया था।
यह योग नहीं, रोग डे है
लोगों ने कहा कि यहां खेलने के लिए तो कोई मैदान नहीं है, लेकिन डंपिंग ग्राउंड बनाया जा रहा है। हम योग कहां करेंगे। नोएडा प्राधिकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों की अवहेलना कर रहा है। जब मुख्यमंत्री बोल चुके हैं कि आबादी से दो किलोमीटर दूर पर डंपिंग ग्राउंड बनाया जाए तो अब तक काम क्यों नहीं हुआ। यह योग डे नहीं, रोग डे है।
बुधवार को लोगों ने अर्धनग्न होकर किया था प्रदर्शन
सेक्टर-123 में डंपिंग ग्राउंड बनने को लेकर लोगों का विरोध कई सप्ताह से जारी थी। इस कड़ी में बुधवार को स्थानीय लोगों ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया और विरोध में नारेबाजी की थी। इससे पहले नोएडा प्राधिकरण के प्रस्तावित लैंडफिल साइट को डंपिंग ग्राउंड की तरह इस्तेमाल करने के खिलाफ सेक्टर-122 में हुई महापंचायत में बड़ी तादाद में लोग शामिल हुए थे। महापंचायत के बाद भीड़ ने पर्थला गोलचक्कर को जाम कर दिया था।प्रदर्शनकारियों और पुलिस-प्रशासन के बीच कई बार टकराव की स्थिति भी बन गई थी।