अमेरिका ने आतंकी संगठन तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के सरगना मौलाना फजलुल्लाह को ड्रोन स्ट्राइक कर मार गिराया है. अमेरिकी सेना ने यह दावा किया है कि 13 जून को अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर कुनार प्रांत में आतंक विरोधी हमले में फजलुल्लाह मारा गया.
आतंकी फजलुल्लाह अमेरिका की मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में था और उस पर करीब 32.5 करोड़ रुपये का इनाम था. अमेरिका के एक राज्य विभाग ने तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) पाकिस्तान प्रमुख मौलाना फजलुल्लाह की पहचान या उसका पता बताने वाले को 50 लाख डॉलर (32.5 करोड़ रुपये) के इनाम की घोषणा की थी.
आतंकी फजलुल्लाह पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का मुखिया था. टीटीपी को सितंबर 2010 में वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित कर उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. फजलुल्लाह कई आतंकी हमलों को अंजाम दे चुका था. उसी ने नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर हमला करवाया था.
नवम्बर 2013 में फजलुल्लाह को तहरीक-ए-तालिबान का नेता चुना गया था. तहरीक-ए-तालिबान वही संगठन है जिसने पाकिस्तान के पेशावर में एक आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी. इस हमले में 134 बच्चे समेत करीब 151 लोगों की मौत हो गई थी. हाल के दिनों में पाकिस्तान में हुए ज्यादातक आंतकी हमलों के पीछे टीटीपी का ही हाथ था.
फजलुल्लाह पाकिस्तान में कई खूनी हमले और साल 2010 में न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वायर कार बम विस्फोट की कोशिश में शामिल था. पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार कई आक्रामक अभियान के बाद तहरीक ए तालिबान को पाकिस्तान से खदेड़ दिया गया जिसके बाद फजलुल्लाह अफगानिस्तान में छिपा हुआ था.
कई बार मारे जाने की खबर
बता दें कि इससे पहले भी तालिबानी चीफ के मारे जाने की खबरें आती रही हैं, लेकिन वो सभी खबरें झूठी निकलीं. मार्च 2015 में खबर आई थी कि खैबर एजेंसी के तिराह घाटी में हुए हवाई हमलों में मारे जाने वालों में फजलुल्लाह भी शामिल है. लेकिन उसके बाद टीटीपी ने इसे अफवाह बताया था और कहा था कि उनका चीफ अभी जिंदा है. ठीक इसी तरह जून 2009 में भी फजलुल्लाह के मारे जाने की खबर आई थी.