खाली हो जाएगा. वायरल मैसेज में ये दावा किया जा रहा है कि आपके बैंक खाते से सारे पैसे निकल सकते हैं और पैसे निकालने का कोई मैसेज तक आपके पास नहीं आएगा. ये खबर बहुत अहम थी, क्योंकि 21वीं सदी का हिंदुस्तान मोबाइल जमकर इस्तेमाल करता है, तो देशवासियों के बैंक अकाउंट की सुरक्षा के लिए इस खबर का वायरल टेस्ट जरूरी थी. हैदराबाद पुलिस ने बताई ये बात वायरल खबर में दावा किया गया है कि ये मैसेज हैदराबाद पुलिस की साइबर सेल ने भेजा है. साथ ही ताकीद है कि अगर ऐसा कोई फोन आए तो भूलकर भी एक नंबर ना दबाएं या फिर कोई मैसेज ना भेजें. वरना घर बैठे आपका फोन हैक हो जाएगा और बैंक खाता साफ हो जाएगा, आजतक ने सबसे पहले हैदराबाद पुलिस के साइबर सेल से संपर्क किया. हैदराबाद पुलिस के फेसबुक पेज पर भी यही मैसेज मिल गया. 'आजतक' ने हैदराबाद पुलिस के साइबर सेल के एसीपी केसीएस रघुवीर से बातचीत की. उन्होंने माना कि पिछले कुछ ही दिनों में उनके पास इस तरह बैंक खातों के सफाए की कई शिकायतें आ चुकी हैं. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स से भी संपर्क हैदराबाद पुलिस ने बताया कि जिन लोगों के अकाउंट से पैसे साफ हुए, उन्हें फोन दिल्ली से आए थे. धोखे से सिम कार्ड स्वैप करने, यानी डुप्लीकेट सिम बना लेने की बातें तो अब तक बहुत आई थीं, लेकिन क्या ये मुमकिन है कि सिर्फ फोन पर मैसेज भेज कर या कुछ बटन दबाने से आपके सिम कार्ड की जानकारी दूसरी जगह पहुंच जाए और आपका डुप्लीकेट सिम कार्ड बना लिया जाए, हमने साइबर सिक्योरिटी के एक्सपर्ट्स से भी बातचीत की. इस तरह दिया जाता है फर्जीवाड़े को अंजाम साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट भी मानते हैं कि इस तरह से ठगी मुमकिन है. 'आजतक' की पड़ताल में पता चल गया कि आखिर ये गिरोह किस तरह से ऑपरेट करता है, कैसे मोबाइल के सिर्फ एक मैसेज पर किसी का बैंक अकाउंट साफ कर देता है. सबसे पहले ये गिरोह किसी का नाम, पता, जन्मदिन, फोन नंबर और बैंक अकाउंट संबंधित सारी जानकारी जुटा लेते हैं. फिर उस शख्स का बैंक अकाउंट हैक करके वो उसका पासवर्ड रीसेट कर देते हैं. इसके बाद फर्जी पहचान पत्र के आधार पर ये लोग उसी व्यक्ति के नाम पर दूसरा डुप्लीकेट सिम कार्ड हासिल कर लेते हैं, जिसके लिए वह मोबाइल आपरेटर को यह बताते हैं कि उनका फोन या सिम कार्ड खो गया है. डुप्लीकेट सिम कार्ड हाथ में आ जाने के बाद यह लोग बैंक अकाउंट में लॉग इन करते हैं और डुप्लीकेट सिम के दम पर ओटीपी भी पा जाते हैं. जिस वक्त ये गिरोह बैंक से मिले ओटीपी के जरिए बैंक खाता साफ कर रहा होता है, उस वक्त उस शख्स का मोबाइल बंद होता है, जिसके अकाउंट से पैसा निकाला जा रहा होगा. उसे पता भी नहीं होता कि कोई उसका बैंक अकाउंट साफ कर रहा है. बैंक भी समय-समय पर ऐसे फ्रॉड को लेकर अपने ग्राहकों को चेताते रहते हैं. आजतक के वायरल टेस्ट में मोबाइल सिम के जरिए बैंक अकाउंट साफ करने की ये खबर सही पाई गई. बचाव के तरीके किसी भी अनजान व्यक्ति के ईमेल को सोच समझकर खोलें, अगर उसमें कोई अटैचमेंट हो तो उसे हरगिज ना खोलें. किसी भी ईमेल के जवाब में अपने बैंक की डिटेल हरगिज़ ना दें भले ही जानकारी मांगने वाला व्यक्ति बैंक के कर्मचारी होने का दावा करे. सोशल मीडिया पर सोच समझकर कर कोई भी जानकारी डालें क्योंकि कोई भी इस जानकारी का गलत फायदा उठा सकता है. लगातार अनजान नंबरों से फोन आने पर हड़बड़ाकर फोन बंद ना करें. बस ये कुछ सावधानियां हैं, जिनसे आप ऐसे फ्रॉड से बच सकते हैं.

VIRAL TEST: मोबाइल नेटवर्क अचानक गायब हो तो सावधान, कहीं बैंक बैलेंस साफ तो नहीं?

वायरल मैसेज में ये दावा किया जा रहा है कि आपके बैंक खाते से सारे पैसे निकल सकते हैं और पैसे निकालने का कोई मैसेज तक आपके पास नहीं आएगा. ये खबर बहुत अहम थी, क्योंकि 21वीं सदी का हिंदुस्तान मोबाइल जमकर इस्तेमाल करता है, तो देशवासियों के बैंक अकाउंट की सुरक्षा के लिए इस खबर का वायरल टेस्ट जरूरी थी.खाली हो जाएगा.  वायरल मैसेज में ये दावा किया जा रहा है कि आपके बैंक खाते से सारे पैसे निकल सकते हैं और पैसे निकालने का कोई मैसेज तक आपके पास नहीं आएगा. ये खबर बहुत अहम थी, क्योंकि 21वीं सदी का हिंदुस्तान मोबाइल जमकर इस्तेमाल करता है, तो देशवासियों के बैंक अकाउंट की सुरक्षा के लिए इस खबर का वायरल टेस्ट जरूरी थी.  हैदराबाद पुलिस ने बताई ये बात  वायरल खबर में दावा किया गया है कि ये मैसेज हैदराबाद पुलिस की साइबर सेल ने भेजा है. साथ ही ताकीद है कि अगर ऐसा कोई फोन आए तो भूलकर भी एक नंबर ना दबाएं या फिर कोई मैसेज ना भेजें. वरना घर बैठे आपका फोन हैक हो जाएगा और बैंक खाता साफ हो जाएगा, आजतक ने सबसे पहले हैदराबाद पुलिस के साइबर सेल से संपर्क किया. हैदराबाद पुलिस के फेसबुक पेज पर भी यही मैसेज मिल गया. 'आजतक' ने हैदराबाद पुलिस के साइबर सेल के एसीपी केसीएस रघुवीर से बातचीत की. उन्होंने माना कि पिछले कुछ ही दिनों में उनके पास इस तरह बैंक खातों के सफाए की कई शिकायतें आ चुकी हैं.  साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स से भी संपर्क  हैदराबाद पुलिस ने बताया कि जिन लोगों के अकाउंट से पैसे साफ हुए, उन्हें फोन दिल्ली से आए थे. धोखे से सिम कार्ड स्वैप करने, यानी डुप्लीकेट सिम बना लेने की बातें तो अब तक बहुत आई थीं, लेकिन क्या ये मुमकिन है कि सिर्फ फोन पर मैसेज भेज कर या कुछ बटन दबाने से आपके सिम कार्ड की जानकारी दूसरी जगह पहुंच जाए और आपका डुप्लीकेट सिम कार्ड बना लिया जाए, हमने साइबर सिक्योरिटी के एक्सपर्ट्स से भी बातचीत की.  इस तरह दिया जाता है फर्जीवाड़े को अंजाम  साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट भी मानते हैं कि इस तरह से ठगी मुमकिन है. 'आजतक' की पड़ताल में पता चल गया कि आखिर ये गिरोह किस तरह से ऑपरेट करता है, कैसे मोबाइल के सिर्फ एक मैसेज पर किसी का बैंक अकाउंट साफ कर देता है. सबसे पहले ये गिरोह किसी का नाम, पता, जन्मदिन, फोन नंबर और बैंक अकाउंट संबंधित सारी जानकारी जुटा लेते हैं. फिर उस शख्स का बैंक अकाउंट हैक करके वो उसका पासवर्ड रीसेट कर देते हैं.  इसके बाद फर्जी पहचान पत्र के आधार पर ये लोग उसी व्यक्ति के नाम पर दूसरा डुप्लीकेट सिम कार्ड हासिल कर लेते हैं, जिसके लिए वह मोबाइल आपरेटर को यह बताते हैं कि उनका फोन या सिम कार्ड खो गया है. डुप्लीकेट सिम कार्ड हाथ में आ जाने के बाद यह लोग बैंक अकाउंट में लॉग इन करते हैं और डुप्लीकेट सिम के दम पर ओटीपी भी पा जाते हैं.  जिस वक्त ये गिरोह बैंक से मिले ओटीपी के जरिए बैंक खाता साफ कर रहा होता है, उस वक्त उस शख्स का मोबाइल बंद होता है, जिसके अकाउंट से पैसा निकाला जा रहा होगा. उसे पता भी नहीं होता कि कोई उसका बैंक अकाउंट साफ कर रहा है. बैंक भी समय-समय पर ऐसे फ्रॉड को लेकर अपने ग्राहकों को चेताते रहते हैं. आजतक के वायरल टेस्ट में मोबाइल सिम के जरिए बैंक अकाउंट साफ करने की ये खबर सही पाई गई.    बचाव के तरीके  किसी भी अनजान व्यक्ति के ईमेल को सोच समझकर खोलें, अगर उसमें कोई अटैचमेंट हो तो उसे हरगिज ना खोलें. किसी भी ईमेल के जवाब में अपने बैंक की डिटेल हरगिज़ ना दें भले ही जानकारी मांगने वाला व्यक्ति बैंक के कर्मचारी होने का दावा करे. सोशल मीडिया पर सोच समझकर कर कोई भी जानकारी डालें क्योंकि कोई भी इस जानकारी का गलत फायदा उठा सकता है. लगातार अनजान नंबरों से फोन आने पर हड़बड़ाकर फोन बंद ना करें. बस ये कुछ सावधानियां हैं, जिनसे आप ऐसे फ्रॉड से बच सकते हैं.

हैदराबाद पुलिस ने बताई ये बात

वायरल खबर में दावा किया गया है कि ये मैसेज हैदराबाद पुलिस की साइबर सेल ने भेजा है. साथ ही ताकीद है कि अगर ऐसा कोई फोन आए तो भूलकर भी एक नंबर ना दबाएं या फिर कोई मैसेज ना भेजें. वरना घर बैठे आपका फोन हैक हो जाएगा और बैंक खाता साफ हो जाएगा, आजतक ने सबसे पहले हैदराबाद पुलिस के साइबर सेल से संपर्क किया. हैदराबाद पुलिस के फेसबुक पेज पर भी यही मैसेज मिल गया. ‘आजतक’ ने हैदराबाद पुलिस के साइबर सेल के एसीपी केसीएस रघुवीर से बातचीत की. उन्होंने माना कि पिछले कुछ ही दिनों में उनके पास इस तरह बैंक खातों के सफाए की कई शिकायतें आ चुकी हैं.

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स से भी संपर्क

हैदराबाद पुलिस ने बताया कि जिन लोगों के अकाउंट से पैसे साफ हुए, उन्हें फोन दिल्ली से आए थे. धोखे से सिम कार्ड स्वैप करने, यानी डुप्लीकेट सिम बना लेने की बातें तो अब तक बहुत आई थीं, लेकिन क्या ये मुमकिन है कि सिर्फ फोन पर मैसेज भेज कर या कुछ बटन दबाने से आपके सिम कार्ड की जानकारी दूसरी जगह पहुंच जाए और आपका डुप्लीकेट सिम कार्ड बना लिया जाए, हमने साइबर सिक्योरिटी के एक्सपर्ट्स से भी बातचीत की.

इस तरह दिया जाता है फर्जीवाड़े को अंजाम

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट भी मानते हैं कि इस तरह से ठगी मुमकिन है. ‘आजतक’ की पड़ताल में पता चल गया कि आखिर ये गिरोह किस तरह से ऑपरेट करता है, कैसे मोबाइल के सिर्फ एक मैसेज पर किसी का बैंक अकाउंट साफ कर देता है. सबसे पहले ये गिरोह किसी का नाम, पता, जन्मदिन, फोन नंबर और बैंक अकाउंट संबंधित सारी जानकारी जुटा लेते हैं. फिर उस शख्स का बैंक अकाउंट हैक करके वो उसका पासवर्ड रीसेट कर देते हैं.

इसके बाद फर्जी पहचान पत्र के आधार पर ये लोग उसी व्यक्ति के नाम पर दूसरा डुप्लीकेट सिम कार्ड हासिल कर लेते हैं, जिसके लिए वह मोबाइल आपरेटर को यह बताते हैं कि उनका फोन या सिम कार्ड खो गया है. डुप्लीकेट सिम कार्ड हाथ में आ जाने के बाद यह लोग बैंक अकाउंट में लॉग इन करते हैं और डुप्लीकेट सिम के दम पर ओटीपी भी पा जाते हैं.

जिस वक्त ये गिरोह बैंक से मिले ओटीपी के जरिए बैंक खाता साफ कर रहा होता है, उस वक्त उस शख्स का मोबाइल बंद होता है, जिसके अकाउंट से पैसा निकाला जा रहा होगा. उसे पता भी नहीं होता कि कोई उसका बैंक अकाउंट साफ कर रहा है. बैंक भी समय-समय पर ऐसे फ्रॉड को लेकर अपने ग्राहकों को चेताते रहते हैं. आजतक के वायरल टेस्ट में मोबाइल सिम के जरिए बैंक अकाउंट साफ करने की ये खबर सही पाई गई.  

बचाव के तरीके

किसी भी अनजान व्यक्ति के ईमेल को सोच समझकर खोलें, अगर उसमें कोई अटैचमेंट हो तो उसे हरगिज ना खोलें. किसी भी ईमेल के जवाब में अपने बैंक की डिटेल हरगिज़ ना दें भले ही जानकारी मांगने वाला व्यक्ति बैंक के कर्मचारी होने का दावा करे. सोशल मीडिया पर सोच समझकर कर कोई भी जानकारी डालें क्योंकि कोई भी इस जानकारी का गलत फायदा उठा सकता है. लगातार अनजान नंबरों से फोन आने पर हड़बड़ाकर फोन बंद ना करें. बस ये कुछ सावधानियां हैं, जिनसे आप ऐसे फ्रॉड से बच सकते हैं.

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