अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिससे कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। एएमयू के एक पूर्व छात्र द्वारा कांग्रेस के शासन काल के दौरान बाबरी मस्जिद विध्वंस और सांप्रदायिक दंगों को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में सलमान खुर्शीद ने माना कि कांग्रेस के दामन पर मुसलमानों के खून के धब्बे हैं। इस बयान के बाद कांग्रेस पर बीजेपी ने हमला बोल दिया है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासनकाल में 5000 हजार दंगे हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने एक चैनल से बातचीत में खुर्शीद पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘भिवंडी से भागलपुर और मेरठ से मलियाना तक कांग्रेस तथा कांग्रेस के सेक्युलरिजम के सूरमाओं ने निर्दोष लोगों की हत्याओं को देखा है। कांग्रेस के शासनकाल में 5000 दंगे हुए हैं। अब अगर ये दंगों के इतिहास पर माफी मांग रहे हैं तो यह कहा जा सकता है कि देर आए दुरुस्त आए। कांग्रेस ने दंगों की आड़ में अपनी राजनीति चमकाई है। इस शर्मनाक इतिहास पर देश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। बटला एनकाउंटर पर भी कांग्रेस के नेताओं ने सवाल उठाए थे। उन्होंने क्या कहा था देश की जनता को यह पता है। अब देखना होगा कि खुर्शीद किसकी तरफ से मांफी मांग रहे हैं। गौरतलब है कि एएमयू में आयोजित सलमान खुर्शीद के कार्यक्रम में एक पूर्व छात्र आबिर मिंटोई ने कांग्रेस के शासन काल के दौरान मुसलमानों के साथ हुए अन्याय का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन काल के दौरान एएमयू के कानून में पहली बार बदलाव हुआ, हाशिमपुरा, मुजफ्फरनगर दंगे हुए, बाबरी मस्जिद के दरवाजे खुले, उसमें मूर्तियां रखी गईं। सब कांग्रेस के शासन काल के दौरान हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दामन पर ये जो खून के धब्बे हैं उस पर उनका क्या कहना है। इन्हें कांग्रेस कैसे धुलेगी ?
इसके जवाब में सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘हमारे दामन पर खून के धब्बे हैं। इसी वजह से आप हमसे कह रहे हैं कि अगर कोई आप पर वार करे तो उसे बढ़कर रोकना नहीं चाहिए ? तुम समझो कि ये धब्बे हम पर लगे हैं तुम पर ना लगे। तुम वार इन पर करोगे और धब्बे तुम्हारे ऊपर लगेंगे। हमारे इतिहास से सीखो और समझो और अपनी हालत ऐसा न करो कि 10 साल बाद यूनिवर्सिटी आओ तो तुमसे ऐसे सवाल पूछने वाला कोई न मिले।’