अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति एक्ट में बदलाव के खिलाफ सोमवार को देशभर में दलितों का गुस्सा फूटा. इस दौरान प्रदर्शन ने कई इलाकों में हिंसा का रूप ले लिया. अब इस कानून को लेकर भी चर्चा हो रही है. कई लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में खड़े हैं, तो कुछ इसके समर्थन में बयान दे रहे हैं.
राजभर ने किया बदलाव का समर्थन
यूपी के कैबिनेट मंत्री और भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के मुखिया (भासपा) ओम प्रकाश राजभर ने भी कानून में बदलाव वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन किया है. राजभर ने बलिया में भासपा के कार्यकर्ता सम्मलेन में एससी-एसटी एक्ट को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सही ठहराया है.
सम्मेलन में ओपी राजभर ने जनता से अपील करते हुए कहा कि मैं भी एससी-एसटी में आता हूं. क्या आप लोग चाहते हैं कि इस एक्ट के तहत गलत लोग फंसे. उन्होंने कहा कि एक आदमी के साथ मारपीट होती थी और 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.’
ओपी राजभर ने साफ कहा कि कानून में बदलाव के बाद अब पहले मामले की न्यायिक जांच होगी और फिर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. राजभर ने दहेज हत्या के मामले में भी निर्दोषों के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
बता दें कि ओपी राजभर अक्सर बीजेपी की लाइन से हटकर बयान देते रहे हैं. साथ ही वो यूपी सरकार की आलोचना भी करते रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर उन्होंने बीजेपी की लाइन से हटकर बयान दिया है. एक तरफ जहां केंद्र की मोदी सरकार ने एक्ट में बदलाव के फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की है, वहीं यूपी में योगी सरकार के मंत्री सार्वजनिक तौर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सही ठहरा रहे हैं और कानून के दुरुपयोग का दावा कर रहे हैं.