ब्लू मून की खगोलीय घटना का नजारा करने के लिए शनिवार को हुसैनाबाद क्लॉक टॉवर पर लोगों की बड़ी भीड़ जुटी। इसका आयोजन इन्दिरा गांधी नक्षत्रशाला के तहत बने यूपी अम्च्योर एस्ट्रोनामर्स क्लब के सदस्यों की ओर से किया गया। रिमोट सेन्सिंग एवं अप्लीकेशन सेन्टर में भी एक टेलीस्कोप के माध्यम से लागों को चन्द्र दर्शन कराया गया। ब्लू चन्द्रमा का तात्पर्य ऐसा नही है कि इस दौरानं चन्द्रमा का रंग ब्लू यानी नीला पड़ जायेगा। जब एक ही महीने में दो पूर्ण चन्द्रमा दिखाई देता है तो दूसरे पूर्ण चन्द्रमा को हम ब्लू मून कहते है। चन्द्रमा अपनी कलाओं की पुनरावृत्ति 29.5 दिनों में करता है जो कैलेण्डर महीने के 28-31 दिनो में होता है। इसर्से पहले 31 जनवरी 2018 को ब्लू मून की घटना हुई थी जिसके साथ में कई दशकों के बाद चन्द्रग्रहण, सुपरमून तथा ब्लूमून की घटनायें एक साथ घटित हुईं। वर्ष में दो बार ब्लूमून होना अत्यन्त दुलर्भ खगोलीय घटना है ऐसी घटनाये शताब्दी में सिर्फ तीन से पांच बार ही होती है।
सन 2018 के पश्चात अगली बार दो ब्लू मून एक ही वर्ष में सन् 2037 में दिखाई देंगे। अन्तिम बार यह घटना सन् 1999 में दिखी थी। अगला ब्लूमून 31 अक्टूबर, 2020 को दिखाई देगा।