बेंगलुरू स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज के डॉक्टर श्यामला रेड्डी का भी मानना है कि कटहल एक जादुई फल है, जो कई पोषक तत्वों से भरपूर है। इसकी गिनती पेड़ पर पैदा होने वाले सबसे बड़े आकार के फलों में की जाती है। इसका प्रत्येक फल कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसके बीज में कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन और पोटैशियम का पोषण होता है। इसके अलावा इसमें विटामिन सी भी प्रचुर मात्रा में होता है।
आहार विशेषज्ञा कविता देवगन कहती हैं, ‘कटहल एक जादुई सब्जी है, जिसमें कई ऐसे तत्व होते हैं, जो शरीर की कई आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, थायमीन, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन और जिंक प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। एक किलो कटहल में 95 कैलोरी होती है। अन्य सब्जी की तरह आप इसे किचन में जरूर शामिल करें।’
कटहल पर फिलहाल शोध जारी है, लेकिन उससे पहले आप भी जानें कटहल की कुछ खास बातें।
सब्जी के रूप में कच्चे कटहल का इस्तेमाल होता है, तो वहीं पकने के बाद लोग इसे फल के रूप में खाते हैं। आहार विशेषज्ञों का मानना है कि इसके गूदे में बहुत फाइबर होता है। जो कि भोजन को पचाने में मदद करता है और यह पाचन तंत्र को साफ रखता है। और आपको कब्ज की परेशानी मे राहत देने का काम करता है। इसमें फैट या कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है। अगर आपका वजन बढ़ रहा है, तो बढ़ते वजन को कम करने मे कटहल काफी लाभकारी है। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होने के कारण यह मोटापे को नियंत्रित करने में काफी मददगार है।
कटहल मे एंटी-ऑक्सीडेंट होता है, जो हमें बहुत-सी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है आैर त्वचा की भी सुरक्षा करता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने के साथ ही यह दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है, साथ ही यह मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। कटहल में पाया जाने वाला विटामिन ‘ए’ आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है। और इसका बेमिसाल स्वाद तो आपको पता ही है।
कटहल की अधिकांश पैदावार एशियाई देशों में होती है। एक अनुमान के मुताबिक, भारत में उत्पादित कुल फसल का 75 फीसदी हिस्सा बर्बाद हो जाता है। कटहल में कई बीज होते हैं, जो कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन और पोटैशियम से भरपूर होते हैं।