आज महिला दिवस है। खुद के पैरों पर खड़ा होना आजकल हर महिला चाहती है। ऐसे में देश भर की विभिन्न बैंकों ने कई तरह की स्कीम लॉन्च कर रखी हैं, जिनका फायदा लेकर के महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं। आज हम आपको ऐसी ही कुछ स्कीम्स के बारे में बता रहे हैं, जिनका फायदा आधी आबादी उठा सकती है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने शुरू की है वैभव लक्ष्मी योजना
यदि महिला कामकाजी नहीं है और खुद का काम शुरू करना चाहती है तो बैंक लोन की खास सुविधा मुहैया कराता है। प्रोजेक्ट के आधार पर बैंक लोन देता है। लोन की राशि प्रोजेक्ट के आधार पर ही तय की जाती है। बैंक लोन देने के लिए एक गारंटर मांगता है।
वैभव लक्ष्मी स्कीम के तहत बैंक महिलाओं को घर के जरूरी सामानों की खरीदारी लिए भी लोन देता है। यह लोन पर्सनल लोन की तरह होता है। इसका रेट फिलहाल 14.5 फीसदी है।
विजया बैंक चला रहा है वी स्वशक्ति स्कीम
विजया बैंक कई सालों से महिला कारोबारियों और छोटा बिजनेस शुरू करने की चाहत रखने वाली महिलाओं के लिए ‘वी स्वशक्ति’ योजना चला रहा है। – इसमें बैंक छोटे कारोबार और रोजगार शुरू करने के लिए लोन मुहैया कराता है।
SBI का स्त्री शक्ति पैकेज
बैंक अपनी महिला ग्राहकों के लिए लोन के इंटरेस्ट रेट में 0.25 फीसदी तक की विशेष रियायत देता है। इस लोन का मकसद महिलाओं को इंडिपेंडेंट बनाने में मदद करना है। पांच लाख तक के लोन पर बैंक महिलाओं से किसी तरह की कोलेटरल सिक्यॉरिटी भी नहीं लेता है। प्रॉजेक्ट रिपोर्ट के साथ आई कार्ड और अड्रेस प्रूफ पर लोन मुहैया कराया जाता है। इससे ज्यादा के लिए कोलेटरल लोन अमाउंट के डेढ़ गुने के बराबर का होना चाहिए।
बैंक ऑफ इंडिया की प्रियदर्शनी योजना
बैंक महिलाओं को लोन की सुविधा माइक्रो, स्मॉल और मीडियम बिजनेस की शुरुआत करने के लिए मुहैया कराता है। बैंक दो लाख रुपये तक महिलाओं को लोन देता है और इसकी ब्याज दरें आमतौर पर ब्याज दरों की तुलना में एक फीसदी कम होती हैं।
कैनरा बैंक की इस स्कीम में मिलता है 55 साल की महिलाओं को लोन
बैंक 18 से 55 साल की महिलाओं को लोन मुहैया कराता है। इस स्कीम के तहत महिलाएं घर के जरूरी सामान से लेकर सोना, जूलरी, कंप्यूटर आदि तक खरीदने के लिए लोन ले सकती हैं। बैंक लोन की सुविधा हाउस वाइफ, वर्किंग और इंडिपेंडेंट महिलाओं को देता है।
ओबीसी की महिला विकास योजना
यह बैंक दो लाख से लेकर 10 लाख तक की राशि का लोन मुहैया कराता है। यही नहीं, महिलाओं को ब्याज दरों में दो फीसदी की छूट भी देता है। 10 लाख से ज्यादा का लोन लेने पर एक फीसदी तक की छूट दी जाती है। यदि लोन दो लोग मिल कर ले रहे हैं और उनमें एक पुरुष है तो काम में महिला की हिस्सेदारी कम से कम 51 फीसदी होनी ही चाहिए। कंडिशन सिर्फ यह है कि लोन सात सालों में चुकाना होता है।